JABALPUR# भाई दूज पर बहनों ने की पूजा अर्चना

सेटन्यूज़, जबलपुर। भाई दूज का पर्व हिंदू धर्म में भाई-बहन के पवित्र संबंध का प्रतीक माना जाता है। यह पर्व हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है। यानी दीपावली के तीसरे दिन बहनें अपने भाइयों का तिलक करती हैं और उन्हें भोजन कराती हैं। ऐसा करने से भाई की आयु बढ़ती है।
ऐसी मान्यता है कि इस दिन यमराज अपनी बहन यमुना के घर गए थे। देवी यमुना ने उनका खूब आदर सत्कार किया। भाई के माथे पर रोली या चंदन का तिलक कर और अक्षत लगाकर, भाई के हाथ में कलावा बांधकर,मिठाई खिलाई। इसके बाद घी का दीपक जलाकर भाई की आरती कर लंबी उम्र की कामना की।
भाई दूज का त्योहार भाई-बहन के गहरे स्नेह का प्रतीक है ‘गंगा पूजा यमुना को, यमी पूजे यमराज को। सुभद्रा पूजे कृष्ण को गंगा यमुना नीर बहे मेरे भाई आप बढ़ें फूले फले।