मां नर्मदा की गोद में बसे जबलपुर शहर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज अस्पताल के हाल,पीने के पानी के लिए बूंद बूंद तरस रहा मेडिकल अस्पताल,,

मां नर्मदा की गोद में बसे जबलपुर शहर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज में पानी पीने के लिए बूंद बूंद तरस रहे मरीज एवं उनके परिजन
भीषण गर्मी के इस दौर में अस्पताल में भर्ती मरीज़ और उनकी बीमारियाँ पानी के लिए मोहताज हो रहे हैं! जी हां हम बात कर रहे हैं संस्कारधानी में महाकौशल के सबसे बड़े शासकीय अस्पताल नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज अस्पताल की जहां एक तरफ अधिकारी बेहतर उपचार और पूछताछ का भले ही दावा करते हैं! लेकिन हकीकत तो ठीक इसके विपरीत हैं! अस्पताल परिसर में दिखावे की व्यवस्था तो है पर उस पर पीने का ठंडा पानी की एक बूंद तक नहीं रहती! शासकीय अधिकारी दिन-प्रतिदिन चिकित्सा का निरीक्षण करते रहते हैं, लेकिन महत्वपूर्ण सुविधा उनकी नजर में नहीं आती!
शैतान का डेरा, शैतान नादारद-
वहीं दूसरी और सबसे खतरनाक मेडिकल अस्पताल में तैनात है, इसके बावजूद मेडिकल कैंपस में प्राइवेट डिवाइस का ऑपरेशन कर रहे बदमाशों का जमावड़ा लग जाता है! निगरानी के कर्मचारियों से शिकायत करने पर निगरानी गार्ड का यह कहना है कि हम ड्यूटी पर नहीं है, वही किसी रिश्तेदार के पास पान गुटका वैक्सीन गलती से मिल जाए तो वही कर्मचारी उस रिश्तेदार से फीस के नाम पर हजारों रुपये वसूलते है! अगर किसी के पास पैसा न हो तो उसके साथ मारपीट तक कर दी जाती है और अन्य समस्या हो तो हाथ पर हाथ रखकर बैठी रहती है! जिस पर रात में मरीज के परिजनों का मेडिकल के बाहर निकलता है और मेडिकल के वरिष्ठ अधिकारी भी आंख पर पट्टी बांधकर बड़े-बड़े दावे करते रहते हैं!
खुद ढोनाता हैं तातेर-
ऐसा ही नहीं जब आदमी को उसके रिश्तेदार उपचार के लिए लेकर आते हैं तो कैजुअल्टी के बाहर बैठे वार्ड बॉय, सुपरवाइजर स्टारर तक उठाना पसंद नहीं करते! बचपन के दिनों को खुद ताने मारने वाले हैं!
जबलपुर से सेट न्यूज के लिए सुनील सेन की एक खास रिपोर्ट,,,