जबलपुर: अश्लील वीडियो कांड से ब्लैकमेलिंग का खुलासा होते ही हरकत में आई पुलिस,

छात्राओं को ठग रहा सायबर ठग, ब्लैकमेलिंग,
अभाविप ने किया प्रदर्शन, एफआईआर दर्ज
सेट न्यूज जबलपुर। मानकुवरबाई महिला कालेज की छात्राओं के पास जालसाज सायबर क्राइम के अपराधी फर्जी काल और वीडियो काल कर उन्हें ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रहे हैं। इस संबंध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने पुलिस को ज्ञापन सौंपकर कार्वाही की मांग की है. पुलिस कप्तान आदित्य प्रताप सिंह का कहना है कि सायबर फ्राड करने वाले इस तरह की हरकत कर रहे हैं। एफआईआर दर्ज कर सायबर सेल को जांच के लिये सौंप दी गई है। कप्तान सिंह ने बताया कि दो छात्राओं के साथ 3 से 4 हजार रुपये ठगने की बात सामने आयी है। शंका यह भी जताई जा रही है कि ठगों ने एआई तकनीक का इस्तेमाल कर छात्राओं के न्यूड फोटो डालकर छात्राओं से ब्लेकमेलिंग की। कप्तान सिंह के निर्देश पर मौके पर पहुंची एएसपी IPS सोनाक्षी सक्सेना ने पीड़ित छात्राओं के बयान दर्ज किए।
ABVP का आरोप कॉलेज से वायरल हुआ नंबर-
उधर दूसरी ओर ABVP ने प्रदर्शन कर कार्यवाही की मांग करते हुए बताया कि कॉलेज से 50 से अधिक छात्राओं की नंबर वायरल है व इनमें अलग-अलग नंबर से आपत्तिजनक फर्जी कॉल और वीडियो कॉल आते हैं जहां छात्राओं से कहा जाता है कि आपकी वीडियो की फोटो मेरे पास है। आप हमें इतने पैसे भेज दीजिए नहीं तो हम आपकी फोटो / वीडियो वायरल कर देंगे। एक कॉल में यह बताया गया कि मैं गोरखपुर थाने से बोल रहा हूं कुछ छात्राओं ने डरकर पैसे भी भेज दिए हैं ,उसकी स्क्रीनशॉट भी उपलब्ध हैं एवं कुछ छात्राओं के नंबर भी हैक किए गए हैं।
प्रिंसिपल ने साधी चुप्पी-
वही एबीवीपी की विभाग छात्रा प्रमुख आंचल मिश्रा ने महाविद्यालय पर आरोप लगाते हुए बोला की इस मामले की जानकारी कई छात्राओ ने वहा की प्राचार्या से बताया परंतु कोई भी एक्शन नही लिया। इस घटना के बाद छात्राओं में डर का माहौल है। विद्यार्थी परिषद ने महाविद्यालय की प्राचार्य व मदन महल थाना में ज्ञापन देते हुए चेतावनी दी कि यदि एक दिन के अंदर आरोपी को पकड़ा नहीं गया तो विद्यार्थी परिषद वृहद आंदोलन करेगी।
प्रिंसिपल ने स्वीकारा नंबर हुआ सर्कुलेट-
कॉलेज की प्रिंसिपल संध्या चौबे ने बताया कि कॉलेज की सूचनाओं और सर्कुलर छात्राओं तक पहुंचाने के लिए टेलीग्राम जैसे एप का सहारा लिया जाता है। ऐसे में यह अंदेशा भी जताया जा रहा है कि टेलीग्राम एप के जरिए ही छात्राओं के नंबर कालेज के माध्यम से बाहर लीक हो रहे हैं।
रकम देने का दावा, नहीं मिले सबूत-
छात्राओं का कहना है कि कई छात्राओं ने ब्लैकमेलर के झांसे में आकर हजारों की रकम भी उन्हें ट्रांसफर कर दी है। छात्राओं की शिकायत पर देर रात कप्तान सिंह खुद थाना पहुंचे और पूरे मामले की जांच कर अधीनस्थों को दिशा निर्देश दिए।
IPS के चक्कर में हार गए SPS-
छात्राओं से जुड़े मामले को लेकर संस्कारधानी से लेकर राजधानी तक हड़कंप मच गया। हालांकि कप्तान सिंह खुद सूचना पर एक्टिव हुए और उन्होंने तत्काल एएसपी सिटी IPS सोनाक्षी सक्सेना, एएसपी क्राइम समर वर्मा, सीएसपी कोतवाली को मौके पर जाकर पीड़ितों को बुलाकर एफआईआर कराते हुए जालसाजो को दबोचने के लिए निर्देशित किया। लेकिन जब बात मीडिया से बात करने की आई तो आईपीएस मैडम जांच, पूछताछ के नाम पर 4 घंटों तक सामने आने से बचती रही। इतना ही नहीं उन्होंने एएसपी क्राइम वर्मा को भी IPS और अपना अनुभाग का हवाला देकर मीडिया के सामने ब्रीफ करने के लिए सरेंडर करा दिया। इसको लेकर पूरे महकमे में यह चर्चा गरमाई रहीं की मैडम की जगह कोई और होता तो SPS वाले साहब करारा जवाब देते…लेकिन छोड़ो एक तो IPS दूसरा प्रदेश के मुखिया की बेटी आखिर कौन बलाएँ ले,
सुनील सेन सेट न्यूज जबलपुर,