जबलपुर में धार्मिक भावनाओं को आहत करने का मामला गरमाया, मां बूढ़ी खेरमाई समिति ने की कड़ी कार्यवाही की मांग

जबलपुर में धार्मिक भावनाओं को आहत करने का मामला गरमाया, मां बूढ़ी खेरमाई समिति ने की कड़ी कार्यवाही की मांग
जबलपुर शहर के चरखंबा क्षेत्र स्थित मां बूढ़ी खेरमाई मंदिर को लेकर सोशल मीडिया पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी ने धार्मिक भावनाओं को झकझोर दिया है। यह टिप्पणी 8 जनवरी को सामने आई थी, जिसके बाद क्षेत्रवासियों और श्रद्धालुओं में भारी आक्रोश देखने को मिला। इस मामले में हनुमानताल थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी, लेकिन 9 जनवरी तक कोई ठोस कार्यवाही न होने से खेरमाई समिति ने नाराजगी जताई है।
समिति के पदाधिकारियों का कहना है कि इस तरह की घोर आपत्तिजनक टिप्पणी न केवल श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाती है, बल्कि क्षेत्र में शांति व्यवस्था को भी खतरे में डालती है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र और प्रभावी कार्यवाही नहीं की गई, तो आने वाले दिनों में मां बूढ़ी खेरमाई और बड़ी खेरमाई के जवारों के दौरान माहौल बिगड़ सकता है, जिसके लिए प्रशासन जिम्मेदार होगा।
इस संदर्भ में मां बूढ़ी खेरमाई समिति ने कोतवाली थाना पहुंचकर प्रदर्शन किया और पुलिस प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए ज्ञापन सौंपा। समिति द्वारा थाना कोतवाली का घेराव भी किया गया। घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए कोतवाली क्षेत्र के सीएसपी सुनील नेमा ने स्थिति स्पष्ट करते हुए बताया कि विधायक अभिलाष पांडे एवं समिति के सदस्यों द्वारा प्रस्तुत शिकायत पर पुलिस ने तत्काल संज्ञान लिया है। उनके अनुसार, हनुमानताल थाने में मामले को नई धाराओं के तहत पंजीबद्ध किया गया है और कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
सीएसपी नेमा ने यह भी आश्वस्त किया कि प्रशासन इस मामले को गंभीरता से ले रहा है और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। स्थानीय नागरिकों और धार्मिक संगठनों ने प्रशासन से अपेक्षा जताई है कि धार्मिक स्थलों और आस्थाओं के सम्मान की रक्षा हेतु सख्त और त्वरित कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में कोई इस तरह का दुस्साहस करने से पहले सौ बार सोचे।