जबलपुर में गैंगवार: कुख्यात बदमाश की धारदार हथियार से हत्या, पुरानी रंजिश के चलते दिया वारदात को अंजाम

मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में देर रात खमरिया थाना अंतर्गत रिठौरी में पनागर खमरिया थाना क्षेत्र के कुख्यात बदमाशों के बीच हुई गैंगवार के चलते एक बदमाश की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई वहीं दूसरी गैंग का कुख्यात बदमाश बुरी तरह से घायल हुआ जिसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। जहां मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों पर मामला दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी है।
कुख्यात बदमाश रूपेंद्र साहू पनागर थाना क्षेत्र का निवासी है जो अपनी कार से घर की और जा रहा था बही रिठौरी में दुसरे गेंग के बदमाशों ने रूपेंद्र को रोका और उसके ऊपर धारदार हथियार से हमला कर दिया। बताया जाता है कि दोनों पक्षों के बीच कुछ देर तक खूनी संघर्ष चला। जिसमें धारदार हथियारों के वार से रूपेंद्र की हत्या कर दी गई।
घटना की जानकारी लगते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पीएम के लिए मेडिकल कॉलेज भेजकर हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। रूपेंद्र के भाई ने बताया कि कार से घर लौट रहे रूपेंद्र पर देवा रजक, संदीप रजक और लक्ष्मण बंजारा सहित अन्य बदमाशों ने हमला किया था।
पनागर निवासी रूपेंद्र साहू आदतन अपराधी था। उसके खिलाफ अवैध वसूली, हत्या के प्रयास और रुपयों के लिए लोगों को धमकाने सहित अन्य मामलों में 28 अपराध दर्ज थे। उसका रिठौरी, मझगवां, तिलगवां और वर्धा घाट तक आतंक था। रूपेंद्र साहू और उसके दोस्त सतीश कुशवाहा, जित्तू बंजारा एवं दो अन्य ने ग्राम रिठौरी निवासी लक्ष्मण बंजारा पर सितंबर 2024 में हमला किया था। तभी से बंजारा परिवार रूपेंद्र को ठिकाने लगाने की फिराक में था।
आरोपी लक्ष्मण बंजारा ने 11 माह बाद बदला लिया है। दरअसल, सितंबर 2024 में लक्ष्मण बंजारा पर रूपेंद्र साहू और उसके साथियों ने चाकू से हमला किया था। लक्ष्मण प्रतिदिन की तरह अपनी मोटरसाइकिल से दूध बांटकर भैसों के लिए दान खरीदने रांझी चुंगी नाका पर रुका, तभी एक कार आकर रुकी, जिसमें रूपेंद्र साहू, सतीश कुशवाहा, जित्तू बंजारा एवं उसके दो साथी सवार थे। कार से उतरते ही बदमाशों ने लक्ष्मण को घेर लिया और चाकू से गंभीर रूप से घायल कर फरार हो गए। घटना के बाद से पुलिस हमलावरों को लगातार तलाश रही थी। इस बीच सभी ने जिला छोड़ दिया था।
आठ माह पहले रूपेंद्र साहू के गुर्गों ने अवैध वसूली के लिए खमरिया शराब दुकान पर फायरिंग की थी। इस घटना में दुकान में बैठा कर्मचारी बाल-बाल बच गया था। पुलिस ने दुकान संचालक की शिकायत पर रूपेंद्र साहू और उसके गुर्गों की तलाश शुरू कर दी। पुलिस जांच में सामने आया कि रूपेंद्र के शॉर्प शूटर आकाश बग्गा ने फायरिंग की थी। पुलिस को जानकारी मिली कि रूपेंद्र सिहोरा के एक खेत में छिपा है, लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले ही वह भागने में सफल हो गया। बाद में पुलिस ने उसे दिल्ली के जनकपुरी इलाके के एक होटल से गिरफ्तार किया।
रूपेंद्र साहू पर हत्या के प्रयास, लूट, मारपीट और अवैध हथियार रखने सहित 28 आपराधिक मामले दर्ज हैं। उसने एक गैंग बना लिया था, जिसमें 20 से 25 साल के लड़के शामिल हैं। गैंग के सदस्यों को अपराध करने के लिए पैसों का लालच देता था। बढ़ती गतिविधि को देखते हुए पुलिस रूपेंद्र के खिलाफ जिला बदर की कार्रवाई करने की तैयारी कर रही थी।