गायों की कब्रगाह बनाने वाली भाजपा नेत्री का कारनामा:गौशाला खोलने के चार साल बाद ही 4 एकड़ जमीन की मालकिन बनी, बोली- दोस्त ने दी थी

 गायों की कब्रगाह बनाने वाली भाजपा नेत्री का कारनामा:गौशाला खोलने के चार साल बाद ही 4 एकड़ जमीन की मालकिन बनी, बोली- दोस्त ने दी थी
SET News:

भोपाल में बैरसिया के बसई गांव में गायों की कब्रगाह बनाने वाली भाजपा नेत्री निर्मला शांडिल्य के कारनामों की परतें खुलती जा रही हैं। जांच में खुलासा हुआ कि निर्मला के नाम से 1.6190 हेक्टेयर जमीन करारिया गांव बैरसिया में है। यह जमीन 2 मई 2005 को गौ सेवा भारती बैरसिया के नाम से स्थानांतरित हुई है। संस्था की अध्यक्ष निर्मला देवी है। दैनिक भास्कर से निर्मला बोलीं कि यह जमीन उन्हें उनके मित्र ने दी है। मित्र का नाम नहीं बताउंगी। जमीन सरकारी है या निजी इस पर वह कुछ नहीं बता सकीं।

बैरसिया एसडीएम आदित्य जैन ने बताया कि उक्त जमीन की जांच की जाएगी। उन्होंने बताया कि निर्मला ने बसई गांव में ढाई एकड़ (1 हेक्टेयर) सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा था। प्रशासन इस जमीन को अब अपने स्वामित्व में ले लिया है। गौशाला का पंजीयन 25 सितंबर 2001 को हुआ था।

गौशाला पर चला बुलडोजर
प्रशासन ने मंगलवार को बुलडोजर चलवा दिया। उसकी करीब 50-60 लाख रुपए की प्रॉपर्टी को जमींदोज किया गया। टीम ने गौशाला के अलावा मकान, बाउंड्रीवॉल, टीन शेड, दूध देने वाली गायों के लिए बनाए गए पक्के मकान को ढहा दिया। बैरसिया SDM आदित्य जैन ने बताया कि निर्मला बाई की गौशालाओं की गायों को सरकारी गौशालाओं में शिफ्ट किया गया है। उनकी देखरेख प्रशासन करा रहा है। इस दौरान मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस व राजस्व विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।

कुएं और मैदान में मिले थे 100 से ज्यादा गायों के शव और कंकाल

भाजपा नेत्री निर्मला शांडिल्य की बैरसिया स्थित गौशाला के कुएं से 20 गायों के शव वहीं मैदान में 80 से ज्यादा गायों के शव और कंकाल पड़े मिले थे। इसके बाद भाजपा नेत्री पर केस दर्ज हो गया था। गायों को दफनाने वाले नगर पालिका बैरसिया के JCB ड्राइवर शाहरुख ने दावा किया था कि 850 से अधिक गायों के शव-कंकाल को दफनाया गया है। निर्मला देवी साल 2001 से गौशाला का संचालन कर रही थी। मामले में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के निर्देश पर मजिस्ट्रियल जांच शुरू की गई।

दो साल में 21 लाख रुपए का सरकारी अनुदान
कार्यालय उप संचालक पशु चिकित्सा सेवा से मिली जानकारी के अनुसार निर्मला शांडिल्य को दो साल के अंदर 21 लाख 9 हजार 28 रुपए का अनुदान दिया गया। 2019-20 में 8 लाख 89 हजार 648 रुपए दिए गए। 2020-21 में 12 लाख 19 हजार 380 रुपए दिए गए। निजी अनुदान के बारे में संचालिका ने कुछ नहीं बताया। निर्मला देवी ने बताया कि कोई-कोई किसान 100-200 रुपए दे जाता था।

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