शिवराज के कैबिनेट मंत्री की ‘ऊर्जा’:तपती गर्मी में प्रद्युम्न तोमर कर रहे पदयात्रा, हर दिन चल रहे 20km; ग्रामीणों की समस्याएं सुलझाने अफसर भी साथ

मध्यप्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर इन दिनों पदयात्रा पर हैं। 52 साल के तोमर 41 डिग्री तापमान में रोजाना 20 से 22 किलोमीटर पैदल चल रहे हैं। 75km की इस पदयात्रा में वे तेज धूप के बीच लोगों की समस्याएं सुन रहे हैं। तोमर ने बताया कि पदयात्रा के जरिए वे लोगों की समस्याएं जानना चाहते हैं।
तोमर ने यात्रा का मकसद बताते हुए कहा- कोरोना की दूसरी लहर में जब लोगों की जान पर बन आई थी, तो उन्होंने कोटेश्वर महादेव और पीतांबरा माई से आपदा मुक्ति के लिए प्रार्थना की थी, जो पूरी हो गई है। अब भविष्य में इस तरह की महामारी न आए, इसलिए वे मां पीतांबरा की पदयात्रा पर निकले हैं। तीन दिन की यात्रा का बुधवार को तीसरा दिन है। रास्ते में जगह-जगह समाधान शिविर और चौपाल लगाई जा रही हैं।
इस यात्रा के दौरान शरीर में ऊर्जा बनाए रखने के लिए मंत्री ठोस खाना खाने की बजाए तरल पदार्थ ज्यादा ले रहे हैं। हर एक घंटे में वह नारियल पानी पी रहे हैं। लंच और डिनर में सादा दाल-चावल खा रहे हैं। ये वही खाना होता है, जो कैंप में आने और उनके साथ चलने वालों लिए बन रहा है। वह खुद को फिट रखने के लिए सुबह योगा भी कर रहे हैं।
ऊर्जा विभाग के अफसर भी चल रहे साथ
ऊर्जा मंत्री के साथ उनके विभाग के सभी सीनियर ऑफिसर साथ हैं। पदयात्रा के समय कुछ अफसर साथ ही रहते हैं। जिस जगह कैंप या चौपाल लगाई जाती है वह पॉइंट फिक्स है। ऐसे में वहां पहले से उस सर्किल, जोन के सारे ऑफिसर मौजूद रहते हैं। जैसे ही कोई पीड़ित समस्या लेकर सामने आता है, ऊर्जा मंत्री अधिकारी को फॉरवर्ड कर तत्काल निराकरण के लिए कहते हैं। मामला वहीं निपटाने का होता है तो अफसर लैपटॉप से वहीं निराकरण कर देते हैं। पेचीदा मामला होने वहीं से संबंधित अधिकारी को जांच के लिए भेज दिया जाता हैं।
पानी की कमी दूर करने के लिए पी रहे जूस
ऊर्जा मंत्री तोमर का जन्म 1 जनवरी 1970 को हुआ था। अभी उनकी उम्र 52 साल है। यह वह उम्र होती है, जब फिटनेस का ज्यादा ख्याल रखना होता है। डॉक्टर राकेश कुमार का कहना है कि इस उम्र में जरा सी लापरवाही भारी पड़ सकती है। ऊर्जा मंत्री पर पूरे प्रदेश के ऊर्जा विभाग की जिम्मेदारी है। ऐसे में स्ट्रेस भी रहता है। इसीलिए मंत्री पीतांबरा माई के दर्शन के लिए पदयात्रा पर हर एक घंटे में नारियल पानी पी रहे हैं। लिक्विड में ऑरेंज और मौसंबी का जूस भी दिया जा रहा है, जिससे शरीर में पानी की कमी न बनें।
लंच-डिनर में खाया दाल-चावल
ऊर्जा मंत्री की एनर्जी का राज उनकी सामान्य दिनचर्या भी है। दोपहर के खाने में वे दाल-चावल और दो रोटी खा रहे हैं। ये भी रास्ते में एक परिवार के यहां रुककर खाई है। इसके अलावा रात को डिनर में सिर्फ दाल-चावल ले रहे हैं। जब उनसे उनकी एनर्जी का राज पूछा तो उनका कहना है कि मां पीतांबरा शक्ति देती है। अपने लोगों का प्यार ऊर्जा देता है।
जोर से बोलो- जय मादा दी कहते हुए बढ़ रहे आगे
मंत्री तोमर सड़क पर पैदल चलते हुए माता की भेंटे गाते हुए आगे बढ़ रहे हैं। वह लगातार लोगों से कहते जा रहे हैं जय माता दी। पहले दिन का पड़ाव जौरासी से पहले एम्पायर में डाला था। यहां रात तक लोगों की समस्याओं को सुना उनके विचार जाने फिर सुबह आगे की यात्रा के लिए चल पड़े।