जबलपुर # ब्लास्ट मामले में मृतक मजदूर के घर पहुंची सेट न्यूज की टीम, डीएनए के बाद परिवार गायब होने का दावा हुआ झूठा साबित

जबलपुर, सुनील सेन। मध्यप्रदेश में जबलपुर जिले के अधारताल थाना अंतर्गत खजरी खिरिया बाईपास में हुए कबाड़खाना गोदाम ब्लास्ट मामले में 5 दिन बाद भी यह पता नहीं चल पाया है कि हादसे की मुख्य वजह क्या थी, घटना के बाद जहां पुलिस और बम स्क्वायड में मौके पर पहुंच कर जांच की थी, वही एनआईए और एनएसजी की टीम भी यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि वहां किस चीज में ब्लास्ट हुआ था।
एक तरफ जांच चल रही है तो दूसरी तरफ इस हादसे में मृत हुए भोलाराम भूमिया के दोनों बच्चे अब अनाथ हो चुके हैं। घटना के 5 दिन बाद भी उन्हें ना तो भोलाराम की कोई खबर मिली है और ना ही उसका शव मिला है।
रिपोर्ट आने पर ही स्पष्ट होगा
दरअसल यह ब्लास्ट इतना खतरनाक था कि वहां मौजूद लोगों के शरीर के चीथड़े उड़ गए। हालांकि पुलिस ने घटनास्थल पर मिले शरीर के हिस्सों को जमा करके डीएनए सैंपल के लिए भेजा है, जिसकी रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि मौत किस-किस की हुई थी। एक तरफ हादसे की जांच चल रही है तो दूसरी तरफ भोलाराम भूमिया के दोनों बच्चे अभी भी उनका इंतजार कर रहे हैं।
कोरोना संक्रमण में मॉं की मौत
गौरतलब है कि भोलाराम की पत्नी की कोरोना संक्रमण के चलते करीब 3 साल पहले ही मौत हो चुकी है, उनके परिवार में केवल भोलाराम ही कमाने वाले थे और अब उसके घर में सिर्फ बेटा राजा और बेटी रानी ही बचे हैं।
अब नहीं कोई आय का स्रोत
उनके पास आय का अब कोई स्रोत नहीं है। बहरहाल भोलाराम के दोनों बच्चों ने प्रशासन से मांग की है कि उन्हें आर्थिक सहायता दी जाए और उनके पिता का शव ही उन्हें दे दिया जाए ताकि वह उसका अंतिम संस्कार कर सकें।
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