जबलपुर # डीएनए सैंपल के बाद भोला-खलील के परिजन हो गए अंडर ग्राउंड,जांच के नाम पर जिम्मेदारों ने साधा मौन, फारेंसिक रिपोर्ट बताएगी ब्लास्ट या हादसा

 जबलपुर # डीएनए सैंपल के बाद भोला-खलील के परिजन हो गए अंडर ग्राउंड,जांच के नाम पर जिम्मेदारों ने साधा मौन, फारेंसिक रिपोर्ट बताएगी ब्लास्ट या हादसा
SET News:

जबलपुर। 25 अप्रैल को अधारताल थाना क्षेत्र के खजरी खिरिया बायपास के समीप कबाड़खाने में हुए भयंकर विस्फोट के पांच दिन गुजरने के बाद भी पुलिस अब तक कोई ठोस लीड हासिल नहीं कर पाई है। हालांकि एनएसजी अभी भी शहर में डेरा डाले हुए है वहीं एनआईए अपनी पड़ताल कर वापस लौट गई है। कबाड़खाने का संचालक हिस्ट्रीशीटर शमीम कबाड़ी एकाएक कहां गायब हो गया इसका पता अब तक नहीं चल पाया है। वहीं कबाड़खाने में कार्य करने वाले दो मजदूर घटना के बाद लापता है जिनके अवशेषों काे एकत्र कर डीएनए सैंपल के लिए भेजा गया है। यह वाकई में घटना में मरने वाले है या नहीं इसकाे लेकर भी जिम्मेदारों ने जांच के नाम पर मौन साध लिया है।

सैंपल के बाद दहशत में परिजन

सूत्रों के मुताबिक बताया जाता है कि घटना के बाद 48 वर्षीय भोलाराम पिता बद्रीप्रसाद भूमिया निवासी गौर खमरिया और आनंद नगर निवासी खलील को पुलिस मृतक मान रही है। इतना ही नहीं मौके पर मिले अवशेषों की पुष्टि करने के लिए इन दोनों के परिजनों के सैंपल लेकर डीएनए जांच के लिए भेजा गया है। कहा जा रहा है कि सैंपल देने के बाद दोनों ही परिवारों के लोग अंडर ग्राउंड हो गए है। चर्चा तो यह भी है कि दोनों परिवारों को अभी चुप रहने की हिदायत दी गई है, जिससे वह दहशत में छुपे है।

सक्रियता दिखाते तो मौके पर धरा जाता शमीम

सूत्रों के मुताबिक बताया जाता है कि कबाड़खाने में हुए भयंकर विस्फोट के तत्काल बाद हिस्ट्रीशीटर शमीम कबाड़ी मौके पर था। आसपास के लोगों के अलावा दूर दराज से लोग भी मौके पर पहुंच गए थे। लेकिन पुलिस पूरे एक घंटे बाद पहुंची जिसका फायदा शमीम ने उठाया और भाग गया। इतना ही नहीं क्षेत्रीय लोगों ने भी उसको देखा बल्कि घेरा भी था जिसके बाद उसने मीडिया को घटना के संबंध में जानकारी दी थी। अगर उसी समय सक्रियता दिखाते तो मौके पर शमीम को धर लिया जा सकता था।

शमीम की तलाश में छापेमारी जारी

वहीं दूसरी तरफ इस पूरे कारोबार के मुखिया शमीम कबाड़ी की तलाश में छापेमारी जारी है। पुलिस ने जबलपुर से लेकर प्रयागराज तक कई जगह छापेमारी की है। लेकिन उसका फिलहाल कोई सुराग नहीं है।

डीआईजी ने किया 15 हजार का इनाम घोषित

वहीं सोमवार देर शाम डीआईजी तुषारकांत विद्यार्थी ने फरार कबाड़खाना संचालक हिस्ट्रीशीटर शमीम कबाड़ी की गिरफ्तारी के लिए 15 हजार का इनाम घोषित कर दिया हैं! उक्त प्रकरण की गम्भीरता को दृष्टिगत रखते हुये सूचनाकर्ता चाहे तो उसका नाम पूर्णतः गोपनीय रखा जावेगा।

एनआईए-एनएसजी की रिपोर्ट करेगी खुलासा

खजरी बायपास कबाड़ ब्लास्ट मामले में आज भी कई सवाल हैं, जिनका जवाब सामने आना जबलपुर और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिये जरूरी है। रजा मेटल इंडस्ट्रीज में ब्लॉस्ट कैसे हुआ। किस एक्सप्लोसिव से हुआ। जिस बम से हुआ वो स्क्रैप में गलती से आया, या साजिशन लाया गया। स्क्रैप किसी सुरक्षा संस्थान से आया या एलपीआर (लांग प्रूफ रेंज परीक्षण स्थल) से ग्रामीण द्वारा बटोरे गये स्क्रैप के जरिये पहुंचा.. आदि आदि। आज भी खजरी कबाड़ ब्लास्ट मामले में सवाल ही सवाल हैं। कहा जा रहा है कि राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों की रिपोर्ट आने के बाद ही इन सवालों का जवाब सामने आएगा। जिसकी वजह से अब जिला प्रशासन और पुलिस की जांच भी एक तरह से रुकी हुई है। एनआईए और एनएसजी की रिपोर्ट के बाद स्थिति साफ होगी और जांच को दिशा मिलेगी।

कल पूरी होगी रिमांड

पुलिस ने इस मामले में शमीम के लड़के फहीम और उसके पार्टनर सुल्तान को हिरासत में लिया था। दोनों की रिमांड कल पूरी हो रही है। जानकारी के मुताबिक पुलिस 1 सप्ताह की और रिमांड के लिये आवेदन दे सकती है। वहीं यह भी संभावना है कि राष्ट्रीय एजेन्सियों की रिपोर्ट आने तक दोनों को जेल भेज दिया जाए। रिपोर्ट आने के बाद पुलिस फिर से रिमांड के लिये आवेदन करे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस दोनों आरोपियों से अब तक कुछ खास जानकारी नहीं निकाल पाई है। दोनों की सुई वहीं अटकी है कि स्क्रैप में आई किसी वस्तु जिसमें विस्फोटक थे, जिसकी जानकारी किसी को नहीं थी, उससे यह हादसा हुआ।

सेट न्यूज सुनील सेन जबलपुर

jabalpur reporter

Related post