मैहर श्रीराम यज्ञ और कथा से क्षेत्र हुआ राममय, यज्ञ आहुति में विलक्षण शक्ति-श्रीमद जगतगुरु

मैहर, रामकुमार रजक। सतना के समीपी ग्राम कुसियरा (हाटी) में 29 मई से पुरानीलंका चित्रकूट आश्रम पीठाधीश्वर रामानुजाचार्य श्रीमद जगतगुरु जी महाराज के सानिध्य में शोभायात्रा के साथ श्रीराम यज्ञ एवं कथा महोत्सव की भव्य शुरुआत हुई। जहां स्वामीजी के आशीर्वचनों से क्षेत्र का धर्म समुदाय वैदिक संस्कृति का रसास्वादन कर ज्ञान गंगा में डुबकी लगा रहा है। वहीं व्यास पीठ से राम कथा के राष्ट्रीय कथा प्रवक्ता सूरदास माधवाचार्य जालौन की सुमधुर वाणीं लोगो मे उत्सुकता और उल्लास पैदा कर रही है। यज्ञ का संचालन संत भगवतदास कर रहे हैं।
आयोजन के तृतीय दिवस पर श्री स्वामी जी यज्ञ के आयोजन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वातावरण को परिशोधित और संतुलित रखते हैं यज्ञ देवता। यज्ञ मनुष्य तथा देवताओं के बीच संबन्ध स्थापित करने वाला माध्यम है। पापों के क्षय और स्वर्ग की ओर ले जाने वाले इस पुण्य कर्म को सर्वोत्तम नाव के रूप में स्वीकार किया गया है। उन्होंने कहा कि वातावरण की विषाक्तता के परिशोधन में यज्ञ उपचार की सनातन परंपरा ही सफल हो सकती है। यज्ञीय दर्शन को जनसामान्य के चिंतन में उतारा जा सके तो सत्प्रवृत्तियों के विकास में असामान्य योगदान मिलेगा। वेदों में सबसे अधिक शंख्या अग्नि एवं यज्ञ के संदर्भ में है, जो आज भी हमारे चतुर्दिक विकास में सहायक है।
आज की कथा और यज्ञ में सहभागिता निभाने साले प्रमुखरूप से बाराद्वार बिलासपुर से आये शिक्षाविद डॉ ब्रजभूषण द्विवेदी, राजगुरु मनोज अग्निहोत्री, रि. शिक्षक मोलेराम तिवारी, कैप्टन विक्रम सिंह, राममूर्ति तिवारी, कृपाकांत तिवारी, उमेश त्रिपाठी झोंटा, जय प्रताप सिंह भइया, दीनदयाल मिश्रा, भीमसेन तिवारी,बबली तिवारी, उमेश तिवारी, रामलाल तिवारी के साथ ब्रह्मचारी जी महाराज, आचार्य राजेन्द्र त्रिपाठी, केशव प्रसाद शास्त्री, आचार्य संदीप पांडेय,धीरू पांडेय, प्रिंस पांडेय आदि के साथ सैकड़ो रामभक्त परिवार उपस्थित रहें।