जबलपुर के गढ़ा थाना क्षेत्र में हुईं चार चोरियों का खुलासा, पत्नी बेटे सहित 5 को किया गिरफ्तार,

जबलपुर पुलिस ने एक ऐसे चोर गिरोह का पर्दाफाश किया है जिसे एक शख्स अपनी पत्नी और बेटे के साथ मिलकर चला रहा था, गढ़ा थाना पुलिस ने बीते कुछ महीनों में हुईं चार चोरियों का खुलासा किया है जिसमें गिरोह का सरगना, उसकी पत्नी और बेटे सहित दो अन्य युवकों को गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया आरोपी कई सालों से चोरी और नकबजनी जैसी वारदातों को अंजाम दे रहा था और यह आरोपी जबलपुर से लेकर भोपाल पुलिस तक के लिए चुनौती बन चुका था…..
गढ़ा थाना अंतर्गत संजीवनी नगर में रहने वाला पप्पू उर्फ प्रेमनाथ मल्लाह ने चोरी को ही अपना पेशा बना लिया था, उसने अपने इस काले कारनामों में पत्नी और बेटे को भी शामिल कर लिया जिसके बाद यह उनका पुश्तैनी धंधा बन गया। बीते तीन महीनों में आरोपी प्रेमनाथ ने क्षेत्र के चार घरों में चोरी की वारदातों को अंजाम दिया था…
51 साल का प्रेमनाथ चोरी करने के पहले सूने घरों की रेकी करता था जिसमें उसका बेटा आर्यन और पत्नी दीक्षा भी उसका साथ देते थे… सोने घरों की रेकी करने के बाद आर्यन अपने दो दोस्तों सूरज गोंड और विजय बैरागी के साथ मिलकर सूने घरों का ताला तोड़कर चोरी की वारदातों को अंजाम देते थे, इसके बाद चोरी किया गया सामान, कीमती जेवर प्रेमनाथ के पास पहुंचाते थे जिसे वह पत्नी के साथ मिलकर ठिकाने लगाता था। हाल ही पुलिस ने चोरी की वारदातों की बारीकी से पड़ताल की तो उसमें सूरज गोंड और विजय बैरागी सीसीटीवी कैमरे में नजर आए, जिसके बाद पुलिस ने उन दोनों को तलाश कर गिरफ्तार कर लिया, पुलिस की पूछताछ में दोनों ने आर्यन और उसके परिवार की मिलीभगत की जानकारी दी जिसके बाद पुलिस ने प्रेमनाथ को उसकी पत्नी और बेटे के आठ गिरफ्त में ले किया। पकड़े गए चोर गिरोह के कब्जे से पुलिस ने 20 तोला सोने के जेवर, आधा किलो चांदी और अन्य गहने, एक स्कूटी, मोबाइल सहित कुल 25 लाख रुपए का सामान बरामद किया है।
सूत्रों के मुताबिक इसके पहले भी प्रेमनाथ कई बार चोरी के अपराध में पकड़ा गया है और जेल भी जा चुका है, बीते साल जब प्रेमनाथ को गिरफ्तार किया गया तो उसने गौरीघाट के विसर्जन कुंड में चोरी के गहने छुपाने की जानकारी दी थी। इसके अलावा भोपाल में भी उसने कई चोरियां की हैं लेकिन उम्र बढ़ने के कारण अब उसने यह काम अपने बेटे को विरासत के रूप में सौंप दिया। बहरहाल पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
उल्लेखनीय भूमिका – आरोपियों को पकडने में थाना प्रभारी गढा प्रसन्न कुमार शर्मा, उप निरीक्षक योगेन्द्र सिंह, प्रधान आरक्षक ज्ञानेन्द्र पाठक, नीरज तिवारी, आरक्षक शेलेन्द्र पटवा, संतोष जाट, गोरव तिवारी, चालक आरक्षक राजेश्वर मिश्रा की सराहनीय भूमिका रही।