आम आदमी को फिर लगेगा महंगाई का झटका! इस दिन से दोबारा बढ़ने लगेंगे पेट्रोल के दाम, जानिए कहां कितनी कीमत

नई दिल्ली : अगर आप गाड़ी चलाते हैं तो यह खबर आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण है. वह यह कि केंद्र की मोदी सरकार ने पेट्रोल-डीजल जैसे आवश्यक ईंधनों को लेकर बड़ा फैसला किया है. सरकार के इस फैसले के बाद आम आदमी को एक बार फिर महंगाई की मार से रूबरू होना पड़ेगा, क्योंकि सरकार ने आगामी 1 अक्टूबर से पेट्रोल के दाम में इजाफा करने का फैसला किया है.
मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक फरवरी को वित्त वर्ष 2022-23 का केंद्रीय बजट पेश करते हुए कहा कि अब 1 अक्टूबर से बिना ब्लेंड किए हुए ईंधन की कीमत 2 रुपये बढ़ा दी जाएगी. इससे एक लीटर पेट्रोल की कीमत में 2 रुपये की बढ़ोतरी हो जाएगी. इसका सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ेगा और महंगाई बढ़ेगी.
क्या है ब्लेंडेड फ्यूल
ब्लेंडेड फ्यूल वह होता है, जिसमें पेट्रोल के साथ इथेनॉल को मिलाकर तैयार किया जाता है और उसकी प्रोसेसिंग की जाती है. वही अनब्लेंडेड फ्यूल पूरी तरह से नेचुरल होता है. उसमें किसी भी तरह की प्रोसेसिंग नहीं होती है. ब्लेंडेड फ्यूल को जब इथेनॉल के साथ मिलाया जाता है तो ये पर्यावरण को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाता, लेकिन अनब्लेंडेड फ्यूल पर्यावरण के लिए खतरनाक माना जाता है.
लगातार 92वें दिन नहीं बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम
बताते चलें कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में तेजी बने रहने के बावजूद घरेलू स्तर पर शुक्रवार को लगातार 92वें दिन भी पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थिर रहीं. केंद्र सरकार की ओर से पेट्रोल-डीजल पर उत्पाद शुल्क में 5 और 10 रुपये घटाने की घोषणा के बाद 04 नवंबर 2021 को ईंधन की कीमतों में कमी आई थी.
केंद्र के कदम से राहत
केंद्र सरकार की ओर उत्पाद शुल्क में कटौती करने के बाद राज्य सरकार के मूल्य वर्धित कर (वैट) कम करने के फैसले के बाद राजधानी दिल्ली में भी वैट को कम करने का निर्णय किया गया. इसके बाद राजधानी में 02 दिसंबर 2021 को पेट्रोल लगभग आठ रुपये सस्ता हुआ था. हालांकि, डीजल की कीमतें यथावत बनी रहीं. केंद्र द्वारा उत्पाद शुल्क में कटौती के बाद अधिकांश राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों ने भी पेट्रोल और डीजल पर मूल्य वर्धित कर (वैट) कम कर दिया था, जिससे आम आदमी को काफी राहत मिली थी.