यूक्रेन में 500 स्टूडेंट्स को खाना खिला रही छात्रा:भोपाल की बेटी बोली- 2 वॉट्सऐप ग्रुप से इंडियंस जोड़े, 10 किचन में बनता है खाना

यूक्रेन में फंसे इंडियन स्टूडेंट्स में घबराहट है। डनिप्रो शहर में 500 स्टूडेंट 8 दिन से घरों और बंकरों में कैद हैं। यूक्रेन सरकार से इन्हें कोई मदद नहीं मिल रही है, क्योंकि स्थानीय लोगों में भारत के लड़ाई में साथ नहीं देने को लेकर गुस्सा है। ऐसी परिस्थितियों में इंडियन स्टूडेंट्स ने एक-दूसरे की मदद करने के लिए अपना नेटवर्क तैयार कर लिया है। उन्होंने ‘इंडियन स्टूडेंट्स इन डनिप्रो’ नाम से दो वॉट्सऐप ग्रुप बनाए हैं। इनकी एडमिन भोपाल की बेटी आर्या श्रीवास्तव है।
आर्या ने बताया कि वे अपनी फीस के रुपए खाने समेत अन्य चीजों के लिए खर्च कर रहे हैं। मार्च में सभी को फीस जमा करनी होती है। इसके लिए लगभग हर स्टूडेंट्स के पास डेढ़ से दो लाख रुपए हैं। असल समस्या वे यूक्रेनी यंगस्टर्स है, जिन्हें यूक्रेन सरकार ने हथियार थमा दिए हैं। इन लोगों के मन में अब इंडियन स्टूडेंट्स के लिए गुस्सा पनप रहा है। आर्या ने बताया कि शाम 6 के बाद कोई भी इंडियन स्टूडेंट बाहर नहीं निकल सकता है। सायरन बजते ही सड़कों पर सन्नाटा पसर जाता है।
शाम से पहले पहुंचाना होता है खाना
आर्या दो महीने पहले फिजियोथैरेपी का कोर्स करने डनिप्रो गई थीं। वहां उनके भाई 4 साल से रहकर पढ़ाई कर रहे हैं। आर्या ने VIDEO कॉल पर भास्कर संवाददाता को बताया कि यहां करीब 500 स्टूडेंट फंसे हैं। इनमें मध्य प्रदेश के 20-25 स्टूडेंट हैं। पहले तो खाने-पीने का इंतजाम था, लेकिन समस्या 4 दिन पहले शुरू हुई। खाने का स्टॉक खत्म होने लगा। ऐसे में स्टूडेंट्स ने तैयारी की। उन 20 छात्रों की लिस्ट बनाई, जिनके पास कार है। दिन में कारों से अलग-अलग सुपर मार्केट से सामान खरीदकर लाते हैं। करीब 10 किचन में खाना बनाया जा रहा है। वॉट्सऐप ग्रुप पर पता किया जाता है कि कहां खाना कम है, कहां इसकी जरूरत है तो वहां टीम शाम से पहले खाना पहुंचा देती है।