यूक्रेन से इटारसी पहुंची छात्रा बोली- माइनस 9 डिग्री में खुले आसमान के नीचे गुजारी 2 रात

यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध रुकने का नाम नहीं ले रहा है. युद्ध के हालात को देखते हुए भारतीय दूतावास के माध्यम से वहां फंसे हुए मेडिकल की पढ़ाई करने वाले छात्रों को वापस ले आया जा रहा है. इसी क्रम में नर्मदापुरम (पहले होशंगाबाद) की बेटी आयुषी भी सकुशल अपने देश वापसी की है. आयुषी बीती रात समता एक्सप्रेस से इटारसी स्टेशन पर पहुंची. जिसके बाद अपने गांव साकेत पहुंची.
घर पहुंच भर आई आंखे
यूक्रेन-रूस में जारी युद्ध के बीच एमपी की बेटी आयुषी फ्लाईट से दिल्ली पहुंची. जहां से समता एक्सप्रेस से इटारसी स्टेशन पहुंची. उसके बाद अपने गांव साकेत पहुंची. उसके सकुशल घर वापसी की खुशी में आयुषी के पिता रामप्रकाश बड़कुर ने ऑरेंज बाईट चॉकलेट दी. अपने परिवार के लोगों से मिलने के बाद उसकी आंखे भर आई. वह अपने पिता से लिपटकर रोने लगी.
एमबीबीएस की छात्रा है आयुषी
साकेत निवासी रामप्रकाश बड़कुर ने बताया कि बेटी आयुषी यूक्रेन के टेरनोपिल स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस की छात्रा है. आयुषी ने बताया कि उसे वतन वापसी के लिए किन मुश्किलों का सामना करना पड़ा था.
यूक्रेनियन बार्डर पर करना पड़ा कठिनाइयों का सामना
अपने गांव वापसी के बाद आयुषी ने बताया कि घर वापसी के लिए दो दिन यूक्रेनियन बार्डर पर परेशान रही. वहां कोई सेंटर नहीं होने से परेशान रहीं और माईनस 9 डिग्री टेम्परेचर में खुले आसमान के नीचे 48 घंटे गुजारने पडे़. इस दौरान बर्फबारी, कड़ाके की ठंड और बारिश का भी सामना करना पडा.