नर्मदा जयंती पर मां दक्षिणेश्वरी धाम में सुंदरकाण्ड महा आरती के बाद हुआ भंडारे का आयोजन
जबलपुर। मां नर्मदा सिर्फ जीवनदायिनी ही नहीं पापमोचनी भी हैंं। गंगा जी में स्नान करने से पापों का नाश होता है, जबकि मां नर्मदा के दर्शन मात्र से ही जन्म जन्मांतर के सभी पाप नष्ट हो जाते हैंं। मां नर्मदा सभी जीवो के लिए पूजनीय है। उक्त उद्गार मां दक्षिणेश्वरी धाम में नर्मदा जयंती के अवसर पर आयोजित सामूहिक सुंदरकांड पाठ एवं महा आरती के दौरान शिव मंदिर कचनार सिटी के मुख्य आचार्य एवं दक्षिणेश्वरी धाम के संस्थापक सुरेंद्र दुबे शास्त्री महाराज ने व्यक्त किए।
शास्त्री जी ने कहा कि मां नर्मदा भक्तों के सभी कष्टों को दूर करने वाली हैै। मां नर्मदा का पूजन एवं दर्शन करने से पुण्य का उदय होता है एवं भक्ति का मार्ग प्रशस्त होता हैै। जिससे जीव परमात्मा का सानिध्य प्राप्त करने के लिए पवित्र हो जाता है और परमात्मा की भक्ति में लीन होकर उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है।
एकता चौक विजय नगर स्थित दक्षिणेश्वरी धाम मंदिर में सामूहिक सुंदरकांड के पाठ में बड़ी संख्या में भक्तगण उपस्थित रहे। सुंदरकांड पाठ के पश्चात महा आरती हुई एवं भंडारे का प्रसाद वितरण किया गया।
इस दौरान मंदिर समिति के आनंद रैकवार, राहुल अग्रवाल, अंकित ठाकुर, विजय चक्रवर्ती, डॉक्टर धनंजय त्रिवेदी, डॉक्टर पी. कुमार, चंद्रमणि पटेल, महेंद्र मिश्रा, नीरज चौरसिया, बिनसेंट पॉल सहित बड़ी संख्या में भक्तगण उपस्थित रहे।