।। जबलपुर ।। आईपीएल का सट्टा पुलिस के लिये चुनौती, ऑनलाईन होता है पूरा कारोबार, अन्य शहरों में बुकियों ने डाला डेरा

जबलपुर, (सेट न्यूज़)। देश का सबसे बड़ा क्रिकेट टूर्नामेंट आईपीएल शुरु हो चुका हैए जहां शहरवासियों में खेल को लेकर उत्साह है। तो सटोरियों और सट्टेबाजों सट्टे को लेकरए बीते कुछ सालों में अत्याधुनिक हो चुका आईपीएल सट्टा इस बार भी जबलपुर पुलिस के लिये चुनौती से कम नहीं है। बताया जा रहा है कि सट्टा बाजार में शहर से अकेले 35 करोड़ से अधिक का कारोबार होने की संभावना रहती है। शहर के बड़े सटोरियों ने जबलपुर सहित कटनी, दमोह, मंडला, नरसिंहपुर सहित आसपास के जिलों में अपना कारोबार जमा क्रिकेट मैचों में खाईबाजी कर रहे हैं। हालांकि पुलिस ने इस बार आईपीएल सट्टे के प्रभावी रोकथाम के लिये हर स्तर पर तैयारी की है। क्राइम ब्रांच सहित थानों की टीम शहरी इलाकों सहित देहात क्षेत्रों में मुखबिरों तंत्र को अलर्ट कर दिया गया है। पुलिस सिलसिलेवार छापामार कार्यवाही की रणनीति बना रही है। पुलिस थाना स्तर पर अपने.अपने क्षेत्र में शाम 6 बजे से मैच समाप्त होने तक सक्रिय रहेगी। हालांकी सटोरिए भी पहले से अधिक तकनीक से लैस होकर इस बार मैदान में हैं। करीब 2 महीने चलने वाले आईपीएल के बीच सटोरियो और पुलिस के बीच हो रहे इस मौच में कौन जीतता है यह देखना दिलचस्प होगा।
पेपर लैस वर्प, मीडिल ईस्ट में सर्वर
अब सट्टा पूरी तरह से पेपर लैस हो गया है। कॉल टेसिंग से बचने के लिये वाटसअप स्काईप जैसे माध्यमों का सहारा लिया जा रहा है। कंप्यूटर व लैपटॉप पर ई.डॉक्यूमेंट्स में एजेंट के नाम व राशि कोडवर्ड में दी जाती है। विशेष एप बनाए जाते हैं जो मैच खत्म होते ही स्वयं बंद हो जाते हैं। इन एप्स के सर्वर मीडिल ईस्ट और साउथ ईस्ट एशिया में होते हैं, जहां से इन्हें आपरेट किया जाता है। अत्याधुनिक हो चुके सट्टे को रोकने के लिये पुलिस की टीम तकनीकी तौर पर कितनी तैयार है, यही तय करेगा की इस बार कौन जीतेगा।
बड़े बुकियों ने शहर छोड़कर बनाया ठीहा
पूर्व पुलिस कप्तान सिद्धार्थ बहुगुणा ने कुख्यात सटोरिए सतीश सनपाल समेत उसके खास गुर्गे ओर पार्टनर मुरली खत्री, बेटे दिलीप, संजय, विवेक पर जबरदस्त शिकंजा कसा था। हालात यह हो गए थे अधिकांश सटोरिए शहर छोड़कर भाग गए थे। मौजूदा कप्तान तुषारकांत विद्यार्थी भी कार्यभार संभालते ही एक्शन मोड पर है। सूत्रों के मुताबिक बताया जाता है कि अधिकांश बुकी शहर छोड़कर कान्हा, बांधवगढ़, इंदौर, भोपाल और गोवा के पहुंच चुके है। हालांकि पुलिस ने भी अपने स्तर पर इन सटोरियों पर लगाम कसने के लिए रणनीति तैयार कर ली है।