जबलपुर। सेन्ट्रल जेल से बदमाशों की फोटो वाईरल, ‘‘तुम समझों हम क्या हैं!’’ लिख कर सोशल मीडिया पर मोबाईल फोन से लगा रहे स्टेटस

नेताजी सुभाषचंद्र बोस केंद्रीय जेल की सुरक्षा में लगी सेंध, कटघरे में सुरक्षा व्यवस्था
सेटन्यूज़ डेस्क। मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले में स्थित नेताजी सुभाषचंद्र बोस की सुरक्षा व्यवस्था में सेंध लग चुकी है। इन दिनों सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हो रही है, जो नेताजी सुभाषचंद्र बोस केंद्रीय जेल के बैरक की बताई जा रही है। फोटो में दो बंदी गैंगवार की रणनीति पर चर्चा करते हुए दिख रहे हैं। फोटो खींचने के लिए मोबाइल जेल के अंदर कैसे पहुंचा, यही सबसे बड़ा सवाल है।
तुम समझो हम क्या हैं?
सोशल मीडिया में वायरल फोटो को बदमाशों ने नाम देकर जेल प्रशासन और जिला पुलिस को खुला चैलेंज दिया है। फोटो में तुम समझों हम क्या है स्लोगन लिखकर तेजी से वायरल किया जा रहा है। संभवना जताई जा रही हैं कि वायरल फोटो में दिख रहे बदमाश विरोध गैंग को चेता रहे है कि जेल के अंदर भी हमारा जलवा कायम हैं।
यादव गैंग का सदस्य है लक्की
पुलिस सूत्रों के मुताबिक वायरल फोटो में दिख रहा बंदी कंजड़ मोहल्ला बेलबाग निवासी लक्की ठाकुर है। लक्की अवैध शराब के कारोबार के चलते कई मर्तबा जेल जा चुका है। इतना ही नहीं लक्की दिवगंत गैंगस्टर विजय यादव के भाई सतीश यादव गैंग का सक्रिय सदस्य है। जिसके खिलाफ आबकारी, आर्म्स एक्ट समेत कई अपराध विभिन्न थाना क्षेत्रों में दर्ज है।
पुलिस, जेल अधिकारियों में हड़कंप
सोशल मीडिया में वायरल फोटो को लेकर जेल अधिकािरयों समेत जिला पुलिस में हड़कंप का माहौल निर्मित हो गया। चुनावी वर्ष में इस तरह बदमाशों द्वारा सुरक्षा में संेध लगाना कहीं न कहीं बड़ी चूक को प्रदर्शित कर रहा है। अब सवाल यह उठता हैं कि इतनी सुरक्षा होने के बावजूद जेल के अंदर मोबाईल गया कैसे?
इनका कहना हैः
“मुझे जानकारी मिली है अभी दिखवा रहा हूं। अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी पतासाजी उपरांत ही कुछ कहना मुनासिब होगा।” : अखिलेश तोमर, जेल अधीक्षक सेंट्रल जेल जबलपुर (मप्र)
“इस संबंध में जानकारी मिली है, जेल अधिकारियों से चर्चा की जायेगी अगर ऐसा है तो निश्चित ही कार्रवाई की जायेगी।”: तुषारकांत विद्यार्थी, पुलिस अधिक्षक जबलपुर (मप्र)