जबलपुर # दोहरे हत्या मामले में नाबालिग आरोपी बॉयफ्रेंड के साथ विदेश भागने की फिराक में, बांग्लादेश व नेपाल की बॉर्डर पर मोबाइल हुए एक्टिवेट

जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले में पिता और 8 साल के भाई की हत्या की आरोपी नाबालिग लड़की अपने बॉयफ्रेंड के साथ विदेश भागने की फिराक में है। पता चला है कि नाबालिग और उसके बॉयफ्रेंड मुकुल सिंह के मोबाइल बांग्लादेश और नेपाल की बॉर्डर पर एक्टिवेट हुए थे। दोनों देशों की सीमा पर पुलिस टीम तैनात कर दी गई है। यह भी पता चला है कि आरोपी ने 4 दिन में अकाउंट से सवा लाख रुपए निकाले हैं। पुलिस ने आरोपियों के खाते सीज करा दिए हैं।
वारदात के 40 दिन बाद भी आरोपी पुलिस गिरफ्त से दूर हैं। 5 राज्यों मध्यप्रदेश, कर्नाटक, बिहार, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल की पुलिस आरोपियों के पीछे लगी है।
बहन को मिला वॉइस मैसेज
15 मार्च 2024 को मिलेनियम कॉलोनी निवासी राजकुमार विश्वकर्मा (52) और तनिष्क (8) की हत्या कर दी गई थी। राजकुमार रेल विभाग में कार्यालय अधीक्षक थे। हत्या के बाद उनकी नाबालिग बेटी ने भोपाल में रहने वाली चचेरी बहन को 4 सेकेंड का वॉइस मैसेज किया था। उसने कहा था, पड़ोस में रहने वाले मुकुल ने पापा और भाई को मार डाला है।
कवर थी पॉलीथिन से बॉडी
दोपहर करीब 3 बजे पुलिस आरपीएफ के साथ पहुंची, तो घर पर बाहर से ताला लगा था। पुलिस ताला तोड़कर अंदर दाखिल हुई। किचन में राजकुमार खून से लथपथ मृत पड़े थे। बॉडी पॉलीथिन से कवर थी। वहीं, फ्रिज में पॉलीथिन के ऊपर चादर में लिपटी तनिष्क की खून से सनी लाश मिली। रेलकर्मी की 17 साल की बेटी अपने बॉयफ्रेंड मुकुल सिंह (21) के साथ फरार है।
कई राज्यों के एटीएम से निकाले पैसे
मुकुल सिंह के 2 बैंक अकाउंट हैं। इनमें ज्यादा अमाउंट नहीं था। फरार होते वक्त उसके पास कुछ कैश था। वहीं, राजकुमार की बेटी जेवर और पिता का एटीएम लेकर गई थी। एक महीने में आरोपी ने अलग-अलग राज्यों के एटीएम से पैसे निकाले। ऑनलाइन शॉपिंग भी की।
अकाउंट में सिर्फ 30—35 हजार
पुलिस को लग रहा था, एटीएम की लोकेशन की मदद से वह पकड़े जा सकते हैं, लेकिन आरोपी इतना शातिर है कि जिस शहर से पैसे निकालता है, वहां मोबाइल बंद कर लेता था। 2-3 दिन फोन ऑन नहीं करता था। पुलिस ने अब उसके बैंक खातों को सीज कर दिया है। पुलिस के मुताबिक आरोपी के पास अब सिर्फ 30 से 35 हजार रुपए बचे हैं। उनकी आर्थिक स्थिति खराब हो गई है। पैसों के अभाव में वो ज्यादा दूर तक नहीं भाग सकते।
4 दिन में निकाले 1 लाख 28 हजार
राजकुमार के बैंक स्टेटमेंट से पता चला है कि आरोपी बेटी ने मुकुल सिंह के साथ 4 दिन में एक लाख 28 हजार रुपए खाते से निकाले थे। वारदात के कुछ देर बाद से पैसे निकालने शुरू कर दिए थे। आरोपी ने 15 मार्च से लेकर 18 मार्च तक यूपीआई के जरिए 1 लाख 28 हजार रुपए निकाले हैं।
मुकुल ने कर्नाटक में तलाश की नौकरी
जबलपुर पुलिस ने आरोपियों के बैंक खाते सीज किए, तो उनकी आर्थिक स्थिति बिगड़ना शुरू हो गई। सूत्रों का कहना है कि कर्नाटक के अलग-अलग शहरों में मुकुल सिंह ने नौकरी भी तलाश की है। मकुल सिंह को यहां भाषा की परेशानी हो रही थी। यहां 2 सप्ताह बाद भी नौकरी नहीं मिली, तो नेपाल की तरफ रुख कर लिया।
उन्हें पकड़ना आसान नहीं होगा
पुलिस के मुताबिक आरोपी जानता है कि अगर भारत छोड़कर दूसरे देश चले गए, तो उन्हें पकड़ना आसान नहीं होगा। हाल में 20 अप्रैल को आरोपी की मोबाइल लोकेशन बिहार में नेपाल बॉर्डर पर मिली है। पुलिस की टीम बांग्लादेश और नेपाल बॉर्डर पर भी तैनात की गई है। पुलिस का कहना है कि चूंकि दोनों ही देशों में जाने के लिए वीजा की जरूरत नहीं होती, इसलिए यहां जाना आसान है। हालांकि, पुलिस ने इस बात का खुलासा नहीं किया है कि नेपाल और पश्चिम बंगाल के किस जिले में आरोपियों की मोबाइल लोकेशन मिली है।
9 से अधिक टीम कर रही तलाश
28 मार्च को मुकुल सिंह की आखिरी लोकेशन कर्नाटक के गुलबर्गा में मिली थी। इससे पहले, वह 24 से 27 मार्च तक गोवा में थे। पुलिस को सूचना मिली, तो गोवा पुलिस की मदद से जब तक मौके पर पहुंची, तब तक आरोपी ने मोबाइल बंद कर लिया। फिर वह गोवा से कर्नाटक के गुलबर्गा चला गया। मध्यप्रदेश पुलिस की 9 से ज्यादा टीमें सवा महीने से आरोपियों की तलाश कर रही हैं।
पुलिस उल्टा हमें ही परेशान कर रही
राजकुमार और तनिष्क को खोने के बाद परिवार टूट चुका है। आरोपियों के नहीं पकड़े जाने से पुलिस की कार्रवाई से परिवार का भरोसा उठने लगा है। राजकुमार के बड़े भाई बाबूलाल विश्वकर्मा का कहना है कि करीब डेढ़ महीने बाद भी पुलिस आरोपियों को पकड़ नहीं पाई है।