जबलपुर: पुष्तैनी जमीन पर कब्जा, भूमाफिया के आतंक से हाहाकार,

SET NEWE जबलपुर! जबलपुर के सगड़ा निवासी मान सिंह और विनय लोधी ने जबलपुर पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर अपनी पुस्तैनी कृषि भूमि पर भू-माफिया द्वारा कब्जा करने का गंभीर आरोप लगाया है। उनकी शिकायत के अनुसार, भूमि खसरा नंबर 89-1, रकवा 0.517 हेक्टेयर (1 एकड़ 29 डिस्मिल) कृषि भूमि, जो उनके पूर्वज मिठईया पिता अर्जन लोधी के नाम पर राजस्व अभिलेखों में दर्ज थी, पर अवैध कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है। पीड़ितों ने बताया कि भू-माफिया पूरनचंद कटारिया और मनोज कुमार कटारिया ने राजस्व अधिकारियों, विशेष रूप से पटवारी और राजस्व निरीक्षक से मिलीभगत कर फर्जी दस्तावेज तैयार किए और भूमि का पंजीयन बैनामा निष्पादित करा लिया।
भू-माफिया की साजिश और फर्जी दस्तावेज़ :
शिकायतकर्ताओं ने दावा किया कि राजस्व अधिकारियों के साथ सांठगांठ के जरिए भूमाफिया उनकी पुस्तैनी जमीन हड़पने का प्रयास कर रहे हैं। पीड़ितों ने बताया कि उक्त भूखंड पर उनका परिवार पीढ़ियों से खेती करता आ रहा है, और यह भूमि उनके जीविकोपार्जन का मुख्य स्रोत है। 19 दिसंबर 2024 को पटवारी और लगभग 100-150 अज्ञात व्यक्तियों ने जबरन जमीन का सीमांकन कराया, जिसमें किसी प्रकार की पूर्व सूचना नहीं दी गई। यह कार्यवाही जबरन कब्जा करने के उद्देश्य से की गई थी।
धमकी और दबाव का सिलसिला :
पीड़ित परिवार का कहना है कि भूमाफिया और राजस्व अधिकारियों द्वारा लगातार भूमि छोड़ने का दबाव बनाया जा रहा है। इनकार करने पर अपराधी प्रवृत्ति के लोगों से धमकी दिलवाई जाती है। विनय लोधी ने बताया कि परिवार पर हमले की आशंका है, जिससे वे भयभीत हैं। भूमाफिया द्वारा वाद दायर करने की धमकी देकर न्याय प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है।
कानूनी कार्रवाई की मांग :
पीड़ितों ने बताया कि उन्होंने सिविल न्यायालय में वाद दायर करने की तैयारी की है, लेकिन भूमाफिया की धमकियों के कारण स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। शिकायतकर्ताओं ने पुलिस से मांग की कि भूमाफिया पूरनचंद कटारिया, मनोज कुमार कटारिया, और उनके साथ मिले पटवारी व राजस्व निरीक्षक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील भी की।
परिवार की सुरक्षा पर संकट :
पीड़ितों का कहना है कि यदि उन्हें या उनके परिवार को कोई क्षति पहुंचती है, तो इसके लिए पूरी जिम्मेदारी भूमाफिया और उनके सहयोगियों की होगी। उन्होंने प्रशासन और पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है।
इस मामले ने ग्रामीण क्षेत्रों में भू-माफिया के बढ़ते प्रभाव और कमजोर वर्गों की जमीन हड़पने की प्रवृत्ति को उजागर किया है। यदि समय रहते प्रशासनिक कार्रवाई नहीं हुई, तो यह पीड़ित परिवार के लिए गंभीर संकट का कारण बन सकता है। पीड़ितों की आपबीती ने प्रशासन और न्याय प्रणाली से त्वरित हस्तक्षेप की आवश्यकता को स्पष्ट किया है। अब देखना होगा कि पीड़ितों की शिकायत पर पुलिस और प्रशासन क्या कार्रवाई करता है। वही पूरे मामले में एडिसनल एसपी सूर्यकांत शर्मा का कहना है पीड़ित द्वारा शिकायत दी गई जिसकी जांच कराई जा रही है, जांच के बाद सभी के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
सुनील सेन सेट न्यूज जबलपुर,7974423030