जबलपुर:सिटी नहीं संभाल सकते तो करा लो ट्रांसफर,चीफ इंजीनियर की बैठक में सरेआम फटकार, जबलपुर रीजन के एसई संजय अरोरा रहे निशाने पर

जबलपुर। जबलपुर रीजन के सिटी संभाग की बिगड़ी बिजली व्यवस्था और लगातार गिरता राजस्व अब कंपनी प्रबंधन के लिए सिरदर्द बन चुका है। उपभोक्ता बिजली कटौती से त्रस्त हैं, शिकायतें ढेरों हैं, लेकिन समाधान कहीं दिखाई नहीं दे रहा। इस लापरवाही का खामियाजा गुरुवार को हुई मुख्य अभियंता केएल वर्मा की बैठक में सिटी एसई संजय अरोरा को भुगतना पड़ा। बैठक के दौरान चीफ इंजीनियर ने सरेआम अरोरा को फटकारते हुए साफ शब्दों में कहा “अगर सिटी संभाग नहीं संभल रहा तो यहां टिकने की जरूरत नहीं, किसी और जिले में ट्रांसफर करा लो।” उनकी इस तल्ख टिप्पणी ने बैठक में मौजूद पूरे अमले को सकते में डाल दिया।
फील्ड विजिट से गायब, अधीनस्थों पर अविश्वास-
विभागीय सूत्रों का कहना है कि अरोरा न तो नियमित फील्ड विजिट करते हैं और न ही उपभोक्ताओं की समस्याओं को समझने की कोशिश करते हैं। इसके अलावा वे अपने अधीनस्थ अधिकारियों और अभियंताओं पर भी भरोसा नहीं जताते। नतीजतन, सिटी संभाग की बिजली आपूर्ति बदहाल हो चुकी है और राजस्व में लगातार गिरावट दर्ज हो रही है।
इतिहास में पहली बार सार्वजनिक फटकार-
पूर्व क्षेत्र विद्युत कंपनी के इतिहास में यह पहला मौका माना जा रहा है, जब किसी एसई को रीजन के तमाम अधिकारियों के सामने इतनी कड़ी फटकार सुननी पड़ी हो। सामान्यत: वरिष्ठ अधिकारियों की नाराजगी बंद कमरों तक सीमित रहती थी, लेकिन इस बार चीफ इंजीनियर ने साफ संदेश दिया कि नतीजे चाहिए, बहाने नहीं।
प्रबंधन का सख्त रुख-
चीफ इंजीनियर वर्मा की इस टिप्पणी के बाद अब सवाल यह है कि क्या एसई संजय अरोरा अपनी कार्यशैली सुधार पाएंगे या उनका तबादला किसी और जिले में होगा। इतना तय है कि कंपनी प्रबंधन अब अव्यवस्थित बिजली आपूर्ति और गिरते राजस्व पर किसी भी तरह का समझौता करने के मूड में नहीं है।