जबलपुर: अब पीड़ित बेजुबानों की जुबान भी समझेगी पुलिस, जबलपुर पुलिस की अनोखी पहल

जबलपुर। मूक-बधिर पीड़ित जब थाने पहुंचते हैं तो उनकी बातों को समझ पाना पुलिस के लिए कठिन होता है। इसी समस्या को दूर करने के लिए मंगलवार को अंतर्राष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस पर जबलपुर पुलिस ने सराहनीय कदम उठाया। पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को बेसिक सांकेतिक भाषा का प्रशिक्षण देकर हाथों की मुद्राओं और संकेतों से बातचीत करना सिखाया गया। उक्त कार्यक्रम पुलिस कप्तान सम्पत उपाध्याय के मुख्य आतिथ्य और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सूर्यकांत शर्मा की उपस्थिति में आयोजित हुआ। सक्षम ऑर्गनाइजेशन संस्था द्वारा कराए गए इस प्रशिक्षण में पुलिस कर्मियों को मूक-बधिरों से संवाद स्थापित करने के व्यावहारिक तरीके बताए गए।
हर पीड़ित तक पहुंचे न्याय-
कप्तान उपाध्याय ने कहा कि पुलिस का उद्देश्य समाज के हर पीड़ित तक न्याय पहुंचाना है। मूक-बधिरों से प्रभावी संवाद के लिए यह प्रशिक्षण उपयोगी साबित होगा। उनकी शिकायतों को समझने के बाद तुरंत कानूनी कार्यवाही संभव होगी।
प्रशिक्षण प्राप्त पुलिस कर्मियों को जिले के किसी भी थाने में मूक-बधिर व्यक्तियों से संबंधित शिकायत मिलने पर तैनात किया जाएगा। वे मौके पर पहुंचकर पीड़ितों की बात समझेंगे और कार्यवाही कराएंगे।
यह रहे उपस्थित-
इस मौके पर शासकीय स्कूल के प्रिंसिपल शिव शंकर कपूर, महाकौशल बधिर संघ के प्रेसिडेंट संजय सोनी, जनरल सेक्रेटरी प्रमोद नायर, सक्षम ऑर्गनाइजेशन के अक्षय सोनी सहित पुलिस विभाग से डीएसपी ग्रामीण आकांक्षा उपाध्याय, सीएसपी अधारताल राजेश्वरी कौरव, सीएसपी रांझी सतीष साहू और करीब 25 पुलिस अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।