शहपरा# को जिला बनाने की मांग,जिला बनने पर विकास की बढ़ेगी रफ्तार,पूर्व विधायक ने 1994 में शासन को भेजा था प्रस्ताव, जिला बनाने की मांग निंरतर जारी

 शहपरा# को जिला बनाने की मांग,जिला बनने पर विकास की बढ़ेगी रफ्तार,पूर्व विधायक ने 1994 में शासन को भेजा था प्रस्ताव, जिला बनाने की मांग निंरतर जारी
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डिंडौरी,गणेश मरावी। डिंडौरी जिले के तहसील शहपुरा को जिला बनाने की मांग लंबे समय से की जा रही है। लगभग 47 वर्ष 1977 से अब तक शहपुरा जिला बनाये जाने की मांग निरंतर जारी है अर्थात शहपुरा जिला बनाये जाने की मांग नई नही बल्कि डिंडोरी जिला बनने के पूर्व मंडला जिले के समय से ही चल रही है जिस मांग का तब के कांग्रेस नेता व वर्तमान में भाजपा सरकार में मंत्री बिसाहू लाल सिंह ने शहपुरा जिला बनाये जाने का खुलकर पुरजोर समर्थन किया था जिसके पश्चात तत्कालीन राज्यमंत्री व विधायक गंगा बाई उरैती समेत शहपुरा नगर के मीसाबंदी स्वर्गीय जमुना प्रसाद शर्मा व स्वर्गीय बारेलाल त्रिपाठी व अन्य समस्त बुद्धिजीवियों द्वारा भी शहपुरा जिला बनाये जाने हेतु कई मांग पत्र मप्र शासन व मप्र जिला पुनर्गठन आयोग भोपाल को सौंपे भेजे गए जिन मांग पत्रों व प्रस्तावों में दिग्विजय सिंह सरकार में तत्कालीन राज्यमंत्री व शहपुरा विधायक गंगा बाई उरैती ने भी तब अपने हस्ताक्षर व सील अंकित कर शाहपुरा जिले की मांग का खुलकर पुरजोर समर्थन किया था जिस मांग पत्र में तब के शहपुरा नगर परिषद अध्यक्ष जगन्नाथ बनवासी , उपाध्यक्ष कमल कुमार अग्रवाल , जनपद उपाध्यक्ष हरिश्चंद्र झारिया , अध्यक्ष ब्लॉक कांग्रेस शहपुरा शिवकुमार चतुर्वेदी , भाजपा मंडल अध्यक्ष कन्ना सिंह परस्ते , भाजपा नगर अध्यक्ष गोविंद प्रसाद सोनी , पत्रकार श्याम कुमार गुप्ता , पत्रकार गुलाबचंद गुप्ता , पत्रकार राजेश कुमार गुप्ता , पत्रकार दीपचंद साहू , महामंत्री कांग्रेस अशोक कुमार सोनी , पार्षद जुगल किशोर सोनी , पार्षद देवी प्रसाद साहू , पार्षद शिवचरण लाल पीपरे , पार्षद सुदर्शन लाल साहू , पार्षद पुष्पा बाई साहू , पार्षद रामकली बाई रजक , पार्षद सावित्री गुप्ता , पार्षद ममता गुप्ता , पार्षद मीरा बनवासी , पार्षद राम प्रताप सिंह चैहान , पार्षद मंगल प्रसाद बनवासी , पार्षद विनोद कुमार गुप्ता समेत नगर व क्षेत्र भर के अनेकों जनप्रतिनिधियों व बुद्धिजीवी गणमान्य नागरिकों ने भी मांग पत्र में हस्ताक्षर कर शहपुरा जिला बनाये जाने की मांग शासन से की थी जिस क्रम में 1977 से अब तक कई जनप्रतिनिधि शहपुरा जिले की मांग को अपना लिखित समर्थन दे चुके हैं जो क्रम निरंतर जारी है।

 

तत्कालीन विधायक ने शासन को भेजा था प्रस्ताव

उपलब्ध पत्र व प्राप्त पुष्ट जानकारी के अनुसार सन 1992 में शहपुरा नगर के मीसाबंदी समाजसेवी व प्रखर नेता जमुना प्रसाद शर्मा के द्वारा शहपुरा जिला बनाये जाने का प्रस्ताव शासन के पास भेजा गया था तो वहीं सन 1994 में भी दिग्विजय सिंह की कांग्रेस सरकार में तत्कालीन राज्यमंत्री व शहपुरा विधायक श्रीमती गंगा बाई उरैती द्वारा भी मुख्य सचिव मप्र शासन भोपाल व जिला पुनर्गठन आयोग मप्र शासन भोपाल को शहपुरा जिला बनाये जाने की मांग का विधिवत हस्ताक्षरित प्रस्ताव प्रस्तुत कर नगर व क्षेत्रहित में शहपुरा जिला बनाये जाने की बहुप्रतीक्षित मांग पर विचार करने का आग्रह किया गया था।

 

अब तक अधूरी है शहपुरा जिले की मांग

 

अत्यंत पिछड़े गरीब बैगा आदिवासी जनजाति क्षेत्र शहपुरा को जिला बनाये जाने की मांग लगभग 50 वर्षों बाद आज भी अधूरी है जबकि यह क्षेत्र हर प्रकार के आधुनिक विकास से कोसों दूर है व बेरोजगारी के कारण जनता लगातार पलायन कर रही है साथ ही शहपुरा ,मेहंदवानी ,विक्रमपुर ,निवास ,चैरई ,रहठा क्षेत्र कई दशकों से हर स्तर से शहपुरा नगर पर ही निर्भर रहा है व क्षेत्र का बड़ा और प्रमुख रोड जंक्शन होने तथा व्यापारिक और बड़ा नगर व क्षेत्र होने से भी शहपुरा नगर का हमेशा से इन सभी नगरों ग्रामों व क्षेत्रों से गहरा जुड़ाव रहा है अतः शहपुरा ही इनका मुख्यालय भी रहा है क्योकि शहपुरा नगर विकसित होने और जबलपुर अमरकंटक नेशनल हाईवे पर स्थित होने के कारण आसपास के 50 किलोमीटर के क्षेत्र के लिए अत्यंत सरल सुलभ सुगम है अतः लगभग 50 वर्षों की बहुप्रतीक्षित मांग को दृष्टिगत रखते हुए शहपुरा को जल्द से जल्द मप्र का पृथक जिला घोषित किया जाना क्षेत्रहित में अत्यंत आवश्यक है।

 

 

 

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