SET NEWS की खबर का असर: तय रूट तोड़ा, सांसद कार्यालय पहुंचे प्रदेश अध्यक्ष,जबलपुर भाजपा में सत्ता संतुलन की जंग, प्रदेश अध्यक्ष ने पोस्टर विवाद के बाद किया डैमेज कंट्रोल

 SET NEWS की खबर का असर: तय रूट तोड़ा, सांसद कार्यालय पहुंचे प्रदेश अध्यक्ष,जबलपुर भाजपा में सत्ता संतुलन की जंग, प्रदेश अध्यक्ष ने पोस्टर विवाद के बाद किया डैमेज कंट्रोल
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SET NEWS, जबलपुर। भारतीय जनता पार्टी में जबलपुर को लेकर मची अंदरूनी खींचतान अब खुलकर सामने आने लगी है। नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खण्डेलवाल के प्रथम नगर आगमन से पहले SET NEWS की पोस्टर विवाद संबंधी खबर ने राष्ट्र, प्रदेश से लेकर स्थानीय संगठन तक हलचल मचा दी। इस खबर का इतना असर हुआ कि तयशुदा प्रोटोकॉल और रूट को दरकिनार करते हुए प्रदेश अध्यक्ष को तत्काल सांसद आशीष दुबे के कार्यालय जाना पड़ा। जिसे पार्टी के भीतर डैमेज कंट्रोल की सबसे बड़ी कार्रवाई के रूप में देखा जा रहा है।


तय रूट यह था-
भोपाल से जारी रूट के अनुसार खण्डेलवाल को अंधमूक बायपास से पिसनहारी की मढ़िया, फिर त्रिपुरी चौक, सुपाताल, शारदा चौक, एलआईसी, मदन महल चौक, नागपाल गार्डन आदि होते हुए पूर्व महापौर सुशीला सिंह के निवास और उसके बाद PWD मंत्री राकेश सिंह के घर जाना था। इसके बाद सीधे भोपाल प्रस्थान करना था।
भाँप गए प्रदेश अध्यक्ष खंडेलवाल-

SET NEWS की खबर के बाद जब भाजपा के शीर्ष नेतृत्व तक यह बात पहुँची कि सांसद आशीष दुबे के पोस्टर को जान बूझकर फाड़ा गया है और उन्हें स्वागत आयोजनों में पीछे रखने की कोशिश हो रही है। यह बात गाड़ी में अंधमुख से लेकर त्रिपुरी तक चले भाषण में खंडेलवाल भाँप गए और उन्होंने तत्काल खुद रूट में बदलाव कर सांसद कार्यालय जाकर स्थिति संभालने की पहल की।

अंतर्कलह या सत्ता संतुलन की लड़ाई-
भाजपा के अंदर यह कोई पहली घटना नहीं है। जबलपुर के दिग्गज नेताओं में लंबे समय से एक-दूसरे को संगठन व नेतृत्व में पीछे छोड़ने की होड़ चल रही है। कोई अपने को केंद्रीय संपर्कों से मजबूत बताता है, तो कोई दिल्ली दरबार से अपनी सीधी पकड़ का दावा करता है। इस घटनाक्रम ने यह साबित कर दिया कि सत्ता संतुलन के संघर्ष में अब सार्वजनिक मंच भी रणभूमि बन चुके हैं।

संगठन की चुप्पी, लेकिन संकेत साफ-
भाजपा संगठन ने इस अप्रत्याशित बदलाव पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की, लेकिन जिस तरह से पोस्टर विवाद, बदला हुआ रूट और अचानक सांसद कार्यालय जाना एक साथ हुआ उससे यह संदेश साफ है कि जबलपुर भाजपा में सब कुछ सामान्य नहीं। आने वाले दिनों में यह विवाद और मुखर हो सकता है।

jabalpur reporter

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