होटल संचालक की मनमानी पर फूटा जनाक्रोश, बदतमीजी और दबंगई का नतीजा बना अभिनंदन गोलीकांड

जबलपुर। बस स्टैंड क्षेत्र के बीचों बीच स्थित अभिनंदन होटल में हुए गोलीकांड के आरोपियों को दबोचने पुलिस ने एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया है। हालांकि अभी सफलता नहीं मिली है लेकिन दावा किया जा रहा है जल्द आरोपी सींखचों में होंगे। वहीं अब इस कांड के बाद शहरवासी भी मुखर हो गए हैं। सोशल मीडिया में लोग इस घटना को महज एक बदमाश की गुंडागर्दी नहीं बल्कि होटल संचालक और उसके स्टाफ की वर्षों से चली आ रही दबंगई, बदतमीजी और ग्राहकों के साथ अपमानजनक व्यवहार का नतीजा थी।
ग्राहकों से बदतमीजी, धमकियां और मनमानी-
शहर के सबसे व्यस्त बस स्टैंड इलाके में स्थित यह होटल लंबे समय से अपने कर्मचारियों की बदजुबानी और दबंग रवैये के लिए कुख्यात रहा है। कई बार ग्राहकों से विवाद, झगड़े और मारपीट की घटनाएं यहां घट चुकी हैं। सोशल मीडिया पर दर्जनों लोगों ने लिखा है कि होटल संचालक और बंगाली भाई कहलाने वाले उनके साथी आए दिन ग्राहकों से बदसलूकी करते हैं, परिवार सहित आने वालों को अपमानित करते हैं, और शिकायत करने पर धमकी तक दे डालते हैं।
असामाजिक तत्वों का जमावड़ा-
रात में होटल के बाहर अक्सर असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। शराब पीकर झूमते और गाड़ियों पर तेज आवाज़ में गाने बजाते युवकों की मौजूदगी से स्थानीय नागरिक महीनों से परेशान हैं। कई बार शिकायतें भी हुईं, मगर होटल संचालक की पहुंच के चलते हर शिकायत ठंडे बस्ते में डाल दी गई।
बेज्जती का बदला बनी गोलियों की आवाज-
मंगलवार को आरोपी गोलू विश्वकर्मा उर्फ कबाड़ी अपने परिवार के साथ होटल में खाना खाने आया था। वहां किसी बात पर विवाद हुआ और कर्मचारियों ने उसके साथ गर्भवती पत्नी और परिवार के अन्य सदस्यों के सामने ही मारपीट कर दी। यह अपमान गोलू के गले नहीं उतरा। शाम 4:23 बजे वह सफेद शर्ट पहने, हाथ में रिवॉल्वर लिए होटल में घुसा और काउंटर पर बैठे संचालक अश्विन पर दनादन चार फायर झोंक दिए। पहला फायर शीशा तोड़ते हुए निकल गया, बाकी फायरों से बचने के लिए अश्विन काउंटर के नीचे दुबक गया। मौके पर अफरातफरी और भगदड़ मच गई। गोली चलाने के बाद गोलू अपने साथी के साथ मोटरसाइकिल पर सवार होकर आराम से निकल गया।
दशहरा में हो चुका था विवाद-
होटल संचालक ने भले ही शूटर को न पहचानने की बात कही हो, लेकिन खुद माना कि दशहरा वाले दिन पहले होटल के एक वेटर से गोलू का झगड़ा हुआ था। कर्मचारियों ने उस समय उसे पीट दिया था, मामला शांत कराने का दिखावा किया गया, मगर वही झगड़ा अब गोलीकांड में बदल गया।
जनता का गुस्सा: यह होटल नहीं, दबंगों का अड्डा-
घटना के बाद सोशल मीडिया पर जब हरिभूमि ने सीसीटीवी फुटेज जारी किया, तो आधा सैकड़ा से ज्यादा लोगों ने होटल संचालकों के खिलाफ अपने अनुभव साझा किए। लोगों ने लिखा यह होटल नहीं, बदतमीजों का अड्डा है। ग्राहक से गाली-गलौज और मारपीट यहां आम बात है, कई बार पुलिस को बुलाया गया, पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। जनता का कहना है कि यह गोलीकांड बदमाशी का नहीं, बल्कि वर्षों की बदतमीजी का परिणाम है।
घर पर मोबाईल छोड़कर हुआ फरार-
आरोपी गोलू कबाड़ी निवासी घमापुर पर पहले से शराब तस्करी और अन्य अपराधों के प्रकरण दर्ज हैं। घटना के बाद वह अपने साथी अनूप उर्फ बकरी (कांचघर निवासी) के साथ घर पहुंचा, मोबाइल वहीं छोड़कर कुंडम के रास्ते सतना की ओर फरार हो गया। पुलिस उसकी तलाश में लगातार दबिश दे रही है।
सवाल जनता के मन में-
अब शहर पूछ रहा है आखिर कब तक ऐसे होटल संचालक आम नागरिकों को अपमानित कर बचते रहेंगे? क्या प्रशासन उन जगहों पर कार्रवाई करेगा जो असामाजिक तत्वों के ठिकाने बन चुके हैं? अभिनंदन होटल की गोलियों ने सिर्फ दीवारें नहीं छलनी कीं शहर की चुप्पी भी चीर दी है।