कोरोना की मार से दुनिया में हाहाकार, क्या अगला नंबर भारत का? एक्सपर्ट्स से जानिए नया स्ट्रेन कितना खतरनाक

 कोरोना की मार से दुनिया में हाहाकार, क्या अगला नंबर भारत का? एक्सपर्ट्स से जानिए नया स्ट्रेन कितना खतरनाक
SET News:

दक्षिण कोरिया और चीन समेत 15 एशियाई देशों में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। हॉन्गकॉन्ग में तो हालात इस कदर बिगड़ चुके हैं कि शवों को रखने के लिए ताबूत भी नहीं मिल रहे हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या भारत में चौथी लहर दस्तक देने वाली है? अगर हां तो कब तक? इस आशंका को लेकर भास्कर ने ICMR के पूर्व वैज्ञानिक डॉ. रमण गंगा खेड़कर, कम्युनिटी मेडिसिन के प्रो. जुगल किशोर और दिल्ली एम्स के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. नीरज निश्चल से बात की। पढ़िए बातचीत के प्रमुख हिस्से…

सवाल- क्या संक्रमण की चौथी लहर आ रही है?
जवाब-
 अभी चौथी लहर की आशंका बहुत कम है। क्योंकि, भारत में इसे रोकने के लिए दो मजबूत बैरियर तैयार हो चुके हैं। पहला बैरियर है नेचुरल इम्यूनिटी, जो इंसान के शरीर में संक्रमित होने के बाद पैदा होती है। सीरो सर्वे कहते हैं कि देश की 90% आबादी संक्रमित हो चुकी है। यानी उनमें एंटीबॉडी है। संक्रमित होने के बाद 6 से 12 महीने तक दोबारा संक्रमण की आशंका बेहद कम रहती है। दूसरा अहम बैरियर है वैक्सीनेशन। भारत में 18 साल से ज्यादा की 95% आबादी को वैक्सीन के दोनों डोज लग चुकी हैं। इसलिए हमें खतरा कम है।

सवाल- द. कोरिया में वैक्सीनेशन के बाद भी रोज 4 लाख से ज्यादा केस कैसे आ रहे?
जवाब- दक्षिण कोरिया, चीन, हॉन्गकॉन्ग आदि में संक्रमण तेजी से फैल रहा है। इसकी वजह ओमिक्रॉन वैरिएंट है, जो भारत में संक्रमण की तीसरी लहर ला चुका है। गौर करने वाली बात यह है कि चीन और दक्षिण कोरिया में अभी तक ज्यादातर आबादी को कोविड नहीं हुआ था। जबकि, भारत में हो चुका है। इसलिए वहां मरीज बढ़ रहे हैं, यहां नहीं।

सवाल- तो क्या हमारे लिए चिंता की बात नहीं है?
जवाब- सबसे पहले हमें यह समझना जरूरी है कि कोरोना अभी गया नहीं है। सिर्फ उसका प्रसार सीमित हुआ है। दुनिया के किसी भी कोने में वायरस होता है तो पूरी दुनिया के लिए खतरा बना रहता है। क्योंकि, वायरस लगातार म्यूटेट होता है। म्यूटेशन हमेशा मरीज के शरीर में होता है। जब तक वायरस को संक्रमित करने के लिए नए शरीर मिलते रहेंगे, म्यूटेशन का खतरा बना रहेगा। लेकिन, भारत में इसकी आशंका भी अभी कम है।

सवाल- अगर दुनिया में कोई नया वैरिएंट आया तो?
जवाब- तो फिर पूरी दुनिया में संक्रमण की नई लहर आ सकती है। जैसा कि हम डेल्टा और ओमिक्रॉन की वजह से देख चुके हैं।

सवाल- दुनिया में अभी नए स्ट्रेन ‘बीए.2’ से कोरोना फैल रहा है। इससे भारत पर क्या असर?
जवाब- भारत में ओमिक्रॉन ने करीब-करीब सभी लोगों को शिकार बनाया। ‘बीए.2’ स्ट्रेन ओमिक्रॉन का ही नया स्वरूप है। भारत में तीसरी लहर के दौरान ‘बीए.2’ मिलता रहा है, इसलिए इसकी वजह से भारत में चौथी लहर नहीं आ सकती।

सवाल- क्या भारत में नए कोरोना के वैरिएंट पैदा होने की आशंका नहीं है?
जवाब- बिलकुल है। इसके लिए हमें जीनोम सीक्वेंसिंग जारी रखनी होगी। इसी से समय रहते नए वैरिएंट का पता चलेगा।

सवाल- अमेरिका-ब्रिटेन जैसे देशों में अब मास्क भी जरूरी नहीं, भारत में ऐसा कब तक संभव?
जवाब- सभी कोविड प्रोटोकॉल अभी नहीं छोड़ने चाहिए। केस कम होते देख मास्क हटाने की गलती हमें भारी पड़ सकती है।

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