जबलपुर: थाना प्रभारियों की फजीहत, डीआईजी ऑफिस में लंबित शिकायतें बनी रोड़ा,फोर्स क्लोज ने बिगाड़ी सीएम हेल्पलाइन की रैंकिंग

 जबलपुर: थाना प्रभारियों की फजीहत, डीआईजी ऑफिस में लंबित शिकायतें बनी रोड़ा,फोर्स क्लोज ने बिगाड़ी सीएम हेल्पलाइन की रैंकिंग
SET News:

SET, NEWS जबलपुर। मुख्यमंत्री की पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए शुरू की गई महत्वाकांक्षी योजना सीएम हेल्पलाइन के निराकरण में कभी पहले नंबर पर रही जबलपुर पुलिस अब फिसड्डी साबित हो रही है। जबलपुर पुलिस नंबर 1 के पायदान पर पहुंचने के बाद भी इसको मैनेज नहीं कर पाई और अब एक-एक पायदान खिसकते हुए टॉप 10 जिलों की सूची से भी बाहर हो गई है। सीएम हेल्पलाइन के निराकरण के मामले में जबलपुर पुलिस वर्तमान में 16वें नंबर पर है।

सेट न्यूज ने जब इस बात की पड़ताल की चौकाने वाला खुलासा सामने आया दरअसल फोर्स क्लोज के सैकड़ों प्रतिवेदन डीआईजी कार्यालय में लंबित पड़े है। लेकिन उसका निराकरण नहीं होने पर रैंकिंग में लगातार गिरावट सामने आती जा रही है।

तमाम हथकंडे हुए फेल-

सेट न्यूज ने जब थाना प्रभारियों से इस संबंध में चर्चा कि तो उन्होंने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि हेल्प लाइन में ऐसी कई शिकायतें दर्ज है जिनके निराकरण के लिए हर संभव प्रयास किए गए। लेकिन उसमें वह सफल नहीं हो पाए। लिहाजा तमाम कार्रवाई करने के उपरांत उन्होंने प्रतिवेदन बनाकर फोर्स क्लोज के लिए डीआईजी ऑफिस भेजा। जिसके निराकरण का अधिकार उनके पास है लेकिन अब तक ऐसा नहीं हो पाया।

बैठकों से लेकर हर तरफ फटकार-

थाना प्रभारियों ने अपना दुखड़ा बताते हुए कहा कि पुलिस कप्तान से लेकर उच्च अधिकारी सुबह की शुरुआत से लेकर बैठकों में सीएम हेल्प लाइन के निकाल के लिए डांट-फटकार लगाते रहते है। लेकिन हकीकत ठीक इसके विपरीत है जब थाना से प्रतिवेदन बनकर जा चुका है तो निकाल वरिष्ठ अधिकारियों को करना है न कि उनको।

डीआईजी विद्यार्थी के कार्यकाल में किया था टॉप-

गौरतलब है कि तत्कालीन एसपी अब डीआईजी बन चुके तुषारकांत विद्यार्थी के कार्यकाल में जबलपुर पुलिस ने पूरे प्रदेश में नंबर 1 का खिताब अर्जित किया था। लेकिन उसके बाद हालात बदलते गए और अब नंबर 1 से सीधे 16वें पायदान में खिसक गए। हालांकि वर्तमान हालात में भी डीआईजी के पद पर विद्यार्थी है। फोर्स क्लोज का निराकरण कर दिया जाता है तो जबलपुर पुलिस पुन: एक बार नंबर 1 का खिताब अर्जित कर सकती है।

इनका कहना है-

कार्यालय में फोर्स क्लोज के लिए प्रतिवेदन पहुंचे है जिनका निराकरण किया जा रहा है। लेकिन कई प्रकरण ऐसे है जिनको थाना प्रभारी खुद निकाल कर सकते है। इसको लेकर उनको दिशा निर्देश दिए गए है। जल्द जबलपुर पुलिस पुन: नंबर 1 का दर्जा हासिल करेगी।

तुषारकांत विद्यार्थी, डीआईजी जबलपुर रेंज

jabalpur reporter

Related post