जबलपुर: एक कॉल, और ताला खुलवा दिया गया,बिल्डर शंकर मंछानी के करीबी पूर्व मंत्री के फोन पर महापौर झुके, नगर निगम की कार्रवाई पलटी, कानून फिर हारा

 जबलपुर: एक कॉल, और ताला खुलवा दिया गया,बिल्डर शंकर मंछानी के करीबी पूर्व मंत्री के फोन पर महापौर झुके, नगर निगम की कार्रवाई पलटी, कानून फिर हारा
SET News:

SET NEWS, जबलपुर। नगर निगम शहरभर में आम जनता की बाइक, ठेला और खोमचों पर चालान ठोंकता है। लेकिन जब बात आई एक रसूखदार बिल्डर शंकर मंछानी पर, तो निगम की ताकत, नियमों की धार और महापौर की रीढ़ तीनों एक फोन कॉल के सामने घुटनों पर आ गए। शुक्रवार को नगर निगम ने रेलवे स्टेडियम के सामने बने एक बड़े शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में ‘नेचर्स’ नामक दुकान पर ताला लगाया। दुकान के सामने अवैध पार्किंग की वजह से ट्रैफिक जाम की समस्या लगातार बढ़ रही थी। बिल्डर को पहले कई बार नोटिस दिए गए, पर वो हर बार हवा में उड़ते रहे। कार्रवाई की शुरुआत तो सख्ती से हुई लेकिन अंत बेहद शर्मनाक था।

फॉर्मल कार्रवाई हुई, फिर आया ‘फॉर्मूला फोन’
शटर गिराया गया, लाल निशान लगाया गया, टीम के कैमरे चालू थे सब कुछ नियमों के मुताबिक लग रहा था। लेकिन तभी बिल्डर शंकर मंछानी ने वो पत्ता फेंका, जो सालों से हर रसूखदार की जेब में होता है। लो, महापौर से बात करो। सूत्रों के मुताबिक मंछानी के करीबी एक पूर्व मंत्री, जो अब भी विपक्ष में हैं, ने सीधे महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू को फोन लगाया। इसके बाद पूरा घटनाक्रम ही बदल गया। महापौर स्वयं मौके पर पहुंच गए।

मिठाई की दुकान में मीठी बातचीत, और खुल गया ताला-
सील की गई दुकान के बगल में मौजूद मिठाई की दुकान में बंद कमरे की बैठक हुई महापौर, बिल्डर और निगम अधिकारी। चंद मिनटों में जो दुकान सील हुई थी, उसका ताला खुलवा दिया गया।

अफसर कैमरे के सामने आए और बोले-
कार्रवाई के दौरान जब अफसर सामने आए तो उन्होंने कार्यवाही को प्रतीकात्मक बताया, यह भी बोले कि किसी भी प्रकार की सीधी कार्यवाही नहीं की गई। सवाल यह है अगर ये प्रतीकात्मक थी, तो बार-बार नोटिस क्यों भेजे गए और अगर असली थी, तो ताला किसके कहने पर खुलवाया गया?
जनता के लिए चालान, रसूखदार के लिए समाधान-
शहर में सैकड़ों गुमटियां, ठेले और छोटे दुकानदारों की रोज दुकानें हटाई जाती हैं। उन्हें न तो कोई फोन करता है, न महापौर मौके पर पहुंचते हैं। लेकिन जब बिल्डर शंकर मंछानी जैसा रसूखदार हो, और उसके पीछे कोई पूर्व मंत्री का राजनीतिक आशीर्वाद हो तब प्रशासन खुद ताला खोलने आता है।

jabalpur reporter

Related post