गोलू का शव गोसलपुर पहुंचते ही फैला आक्रोश, थाने के सामने अर्थी रखकर प्रदर्शन

शांतिनगर निवासी रेत कारोबारी मलखान सिंह के इकलौते बेटे राहुल उर्फ गोलू ठाकुर 25 वर्ष का शव पहुँचते ही गोसलपुर में आक्रोश फैल गया है। गोसलपुर थाने के सामने शव रखकर नागरिकों ने प्रदर्शन किया। जिसके चलते जबलपुर-कटनी हाईवे पर एक तरफ की सड़क पर कुछ समय के लिए आवागमन ठप हो गया। हालात पर काबू पाने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात करना पड़ा। स्वजन का कहना है कि घर से मात्र दो किलोमीटर दूरी पर गोलू का शव मिला। पुलिस उसे बचाने में नाकाम रही। अपहरणकर्ताओं ने निर्दयता पूर्वक चाकुओं से गोदकर उसकी हत्या कर दी। स्वजन और क्षेत्र के नागरिक गोलू का अपहरण और हत्या करने वालों को गिरफ्तार करने की मांग पर अड़े रहे। पुलिस अधिकारियों की समझाइश के बाद उन्होंने प्रदर्शन समाप्त किया और शव लेकर रवाना हुए। इससे पूर्व नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बुधवार सुबह गोलू के शव का पोस्टमार्टम कराया गया। पोस्टमार्टम उपरांत स्वजन शव लेकर घर पहुंचे। जिसके बाद अंतिम यात्रा निकाली गई। इस दौरान गोसलपुर थाने के सामने शव रखकर प्रदर्शन किया गया। पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा ने कहा कि अपहरण और हत्या के आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
विदित हो कि बुधवार दो मार्च को शाम करीब सात बजे राहुल शांतिनगर से लापता हो गया था। कुछ देर बाद 7:45 बजे राहुल के मोबाइल से मलखान को फोन किया गया। फ़ोन करने वाला अपहरणकर्ता था। जिसने राहुल का अपहरण करने की जानकारी देकर 15 लाख रुपये फिरौती मांगी। मलखान बिना देर किए रकम देने के लिए तैयार हो गए। परंतु अपहरणकर्ता ने बाद में समय व ठिकाना बताने की बात कहकर फोन बंद कर लिया। तभी से राहुल का मोबाइल स्विच आफ था। एसपी के निर्देश पर 100 से ज्यादा जवान और तमाम अधिकारी गोलू की तलाश में जुटे थे। डाग स्काड, ड्रोन कैमरे को भी मदद ली गई। परंतु अपहरणकर्ता पुलिस से बचते रहे। बताया जाता है कि पुलिस ने कुछ संदेहियों को हिरासत में लिया है। जिसके बाद गोलू की मौत का पता चला और पुलिस शव तक पहुँच पाई। मलखान सिंह रेत के कारोबार से जुड़े हैं।
बकरी चराने वाले ने देखा था शव: इधर, बताया जा रहा है कि बकरी चराने वाले एक युवक ने सबसे पहले शव को देखा था। जो भय की वजह से कई घंटे बाद लोगों को बता पाया। पुलिस टीम हृदयनगर के पास खदान के पास दुर्गम रास्ते पर पहुँची। जहां खोहनुमा जगह पर गोलू का शव पड़ा मिला। जंगली जानवर शव को नोंच खाए थे।