नगर निगम की सुस्त चाल से हितग्राही परेशान:जबलपुर के मोहनिया स्थित प्रधानमंत्री आवासों में करोड़ों खर्च करने के बाद भी लटके हैं ताले

शहर में रांझी, मोहनिया, तेवर, कुदवारी, परसवारा सहित तिलहरी में आवास योजना पर करोड़ों की राशि खर्च होने के बाद भी आवेदकों को लाभ नहीं मिल पा रहा है। गरीबों का सपना अधूरा है। नगर निगम के उदासीन रवैये के कारण लोग आवास की बुकिंग करने से भी घबरा रहे हैं। जिसे आवास मिले वह रहने में संकोच कर रहे हैं। नतीजन मोहनिया स्थित आवंटित लगभग अधिकांश आवास पर ताला लगा हुआ हैं।
न सड़क, न बिजली और न ही पानी की व्यवस्था
रांझी मोहनिया स्थित आवासों में 15 मकान मालिकों को आवास की चाबी दी जा चुकी हैं। सभी को गृह प्रवेश भी कराया गया, लेकिन वह अब भी नगर निगम द्वारा की गई व्यवस्था से नाखुश हैं। स्थानीय लोगो का कहना है आवास के पास बेहतर सड़क के अभाव के कारण लोग मोहनिया स्थित आवास लेने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे। अभी तक बिजली, पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं को उपलब्ध नहीं कराया गया हैं।
5 साल से जारी निर्माण कार्य, अब भी अधूरा
मोहनिया स्थित पीएम आवास योजना का कार्य 2017 से जारी हैं। लेकिन 5 साल बीत जाने के बाद भी अभी तक परियोजना पूरी नहीं हो पाई। भूमिपूजन के दौरान निवर्तमान महापौर स्वाति गोडबोले द्वारा सुव्यवस्थित पार्किंग, चौड़ी स्मार्ट सड़क, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स सहित लिफ्ट लगाने तक की बात कही गई थी। पर योजना का लाभ लोगो को नही मिल पा रहा हैं। दूसरी ओर मोहनिया स्थित आवास में एमआईजी के एक भी मकान तैयार नहीं हो पाए।
एक नजर में-
- रांझी मोहनिया में पीएम आवास योजना के तहत बनाए जाने हैं 1632 आवास
- 48 आवास बनकर तैयार
- लगभग 15 पात्र हितग्राहियों को सौंपी गई आवास की चाबी
- मूलभूत सुविधाओं से वंचित हितग्राही
- लागत 121 करोड़ रुपये
- भूमिपूजन- 26 मई 2017
- अंतिम तिथि- जुलाई, 2019
- ईडब्ल्यूएस- 1440
- एलआईजी- 96
- एमआईजी- 96