जबलपुर की वकीलों वाली हनी ट्रैप गैंग:अमीरजादे होते थे टारगेट; रेप का केस कर लाखों की डिमांड करते, लाख को किलो और रुपए को आटा कहते

मध्यप्रदेश में वकीलों वाली हनी ट्रैप गैंग एक्टिव है। इस गैंग में जबलपुर की महिला के साथ तीन वकील भी हैं। महिला अपनी खूबसूरती और अदाओं के जाल में अमीरजादों को फंसाती है, फिर रेप का आरोप लगाकर लाखों रुपए की डिमांड करती है। ये हनीट्रैप गैंग अब तक कई लोगों को शिकार बना चुकी है। ताजा मामला जबलपुर का है। गैंग ने आदर्शनगर के 30 वर्षीय युवक को फंसाकर उसके पिता से 15 लाख की डिमांड की। महिला घमापुर की रहने वाली है। गैंग के शिकार कई लोगों ने एसपी को आपबीती सुनाई।
कहानी की शुरुआत 2016 से होती है। तब घमापुर में विकास रामख्यानी नाम के व्यवसायी को इस महिला ने फंसाया था। फिर रेप का केस दर्ज करा दिया। ब्लैकमेल किया तो मजबूरी में उसे समझौता करके शादी करनी पड़ी। उसकी सारी संपत्ति हड़प कर आरोपी महिला ने डिंडौरी में दोबारा रेप का केस करा दिया। ये केस कोर्ट में है।
दूसरा शिकार बना कानपुर का व्यापारी
इस महिला का दूसरा शिकार कानपुर का चर्चित व्यवसायी अर्चित सलूजा बना। महिला ने सोशल मीडिया के जरिए अर्चित से दोस्ती की। धीरे-धीरे अपने जाल में फंसा लिया। फिर साथी मनीष मेघवानी के साथ मिलकर 40 लाख रुपए की मांग की। पैसे नहीं मिले तो गैंग के वकीलों के साथ मिलकर रेप केस करा दिया। अर्चित ने महिला और मनीष मेघवानी के खिलाफ कानपुर की कोर्ट में परिवाद दायर किया है। उनके परिवार ने एक आवेदन जबलपुर SP को भी दिया है।
तीसरा शिकार बना विकास समतानी
महिला ने तीसरा शिकार विकास समतानी को बनाया। उसके खिलाफ महिला ने तिलवारा थाने में 2021 में रेप का केस दर्ज कराया। ये केस वर्तमान में कंचन गुप्ता अपर सत्र न्यायाधीश जबलपुर के यहां लंबित है। विकास समतानी से भी 20 लाख रुपए की मांग की गई थी। पैसे नहीं मिले तो उसे भी रेप के केस में फंसा दिया गया।
चौथा शिकार बना बेकरी व्यवसायी का बेटा
इस महिला का चौथा शिकार बना आदर्श नगर का मोहित डुडेजा नाम का युवक। बेकरी कारोबारी परिवार से जुड़े मोहित से दोस्ती कर महिला ने रिलेशन बनाए। इसके बाद ब्लैकमेल करने लगी। वह मोहित पर 15 लाख रुपए देने का दबाव डाल रही थी। यहां तक कि चौथा पुल स्थित उसकी दुकान में भी घुसकर हंगामा किया। आखिर में उसने गोरखपुर थाने में रेप का केस दर्ज करा दिया।
तीन वकील भी इस गिरोह में शामिल
हनी ट्रैप में फंसाने वाली इस महिला के साथ तीन वकील भी शामिल हैं। जिला कोर्ट में पैरवी करने वाले ये वकील ही सबसे पहले शिकार काे कॉल कर धमकाते हैं। पहले दबाव बनाया जाता है कि रेप केस से बचना चाहते हो तो ले-देकर समझौता कर लो। बातचीत कोडवर्ड में होती है। जैसे 15 किलो चावल लगेगा या 25 किलो आटा देना होगा। इसका मतलब 15 या 25 लाख रुपए से होता है।
सूत्रों की मानें तो इस गिरोह ने अब तक दर्जन भर से अधिक व्यापारियों को इसी तरह फंसा कर लाखों रुपए हड़पे हैं। जो नहीं मानता, उसे रेप के केस में फंसा दिया जाता। महिला के साथ ये वकील भी थाने में शिकायत दर्ज कराने जाते हैं।
SP के पास पहुंची शिकायत
हनी ट्रैप का ये सनसनीखेज प्रकरण जबलपुर SP के पास पहुंचा है। इस महिला के सताए लोग एक साथ SP सिद्धार्थ बहुगुणा के पास पहुंचे और आपबीती सुनाई। सिलसिलेवार एक-एक घटना के बारे में बताया। SP ने मामले को गंभीरता से लिया है। इसकी जांच का आश्वासन दिया है। SP ने अपील की है कि इस गैंग के शिकार लोग गोपनीय तरीके से उनसे अपनी बात रख सकते हैं। वे बिना सामने आए अपने साथ हुई ब्लैकमेलिंग की शिकायत कर सकते हैं।