जबलपुर# पति ने की थी पत्नी की हत्या, पुलिस जांच में हुआ खुलासा

जबलपुर। एसडीओपी सिहोरा पारूल शर्मा ने बताया कि थाना खितौला में सुनील कोरी उम्र 26 वर्ष निवासी निबंधा गोसलपुर ने सूचना दी थी कि उसकी बहन अंजना कोरी की शादी लगभग 5 वर्ष ग्राम निगवानी निवासी पवन कोरी के साथ सामाजिक रीति रिवाज से हुयी थी । बहन के बच्चे नहीं है। बहन अंजना को एक सप्ताह पहले ग्राम बंधा से जीजा पवन केारी अपने घर ले आया था शाम लगभग 4 बजे उसे अंजना की जेठानी ने फोन कर बताया कि अंजना की तबियत खराब है शासकीय अस्पताल सिहोरा उपचार हेतु ले गये हैं वह सिहोरा अस्पताल पहुंचा तो देखा उसकी बहन अंजना कोरी उम्र 28 वर्ष निवासी ग्राम निगवानी मृत अवस्था में स्टेªचर में पडी थी । पंचनामा कार्यवाही कर शव को पीएम हेत भिजवाते हुये मर्ग कायम कर जांच में लिया गया। जांच मृतिका श्रीमती अंजना कोरी के मायके पक्ष के कथन लेख लिये गये, जिस पर पाया गया कि अंजना कोरी एवं पवन कोरी की शादी जून 2019 में सामाजिक रीति रिवाज के अनुसार हुयी थी। पति पवन कोरी शादी के बाद से छोटी छोट घरेलू बातों केा लेकर आये दिन अंजना के साथ मारपीट कर शारीरिक एवं मानसिक रूप से प्रताड़ित करता था। जिसे अंजना कोरी के भाई माता पिता द्वारा कई बार समझाया गया किन्तु पवन कोरी के आचरण में कोई सुधार नहीं आया,अंजना केारी द्वारा फोन कर अपने भाई सुनील कोरी को ससुराल में पति पवन कोरी द्वारा मारपीट करने घर से निकालने की जानकारी दी इसके बाद अंजना कोरी को पवन केारी द्वारा जहरीली वस्तु का सेवन करने से उपचार हेतु शासकीय अस्पताल सिहोरा लाया गया जहां डाक्टर ने अंजना कोरी को मृत घोषित कर दिया। पंचनामा के दौरान मृतिका के गर्दन में 2 जगह किसी वस्तु की रगड़ लगने जैसे नीले निशान बने दिखे थे। पीएम रिपोर्ट मे मृतिका के गले में गला घोंटने के निशान पाया जाना तथा गर्दन की कार्टिलेज बोन का टूटना लेख किया गया है।डाक्टर द्वारा क्योरी रिपेार्ट में उक्त चोट मृत्यु पूर्व रस्सी नुमा वस्तु से आना तथा उक्त चोट से अंजना की मृत्यु होने की सम्भावना बतायी गई,परिजनेां के कथनो एवं प्राप्त पीएम रिपोर्ट, क्यूरी रिपोर्ट पर सम्पूर्ण मर्ग जांच पर पति पवन कोरी द्वारा अंजना कोरी की गला दबाकर हत्या कर साक्ष्य छिपाना पाया जाने पर आरोपी पति के विरूद्ध थाना खितौला में धारा 302, 201 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर आरोपी पति पवन कोरी उम्र 26 वर्ष निवासी ग्राम निगवानी खितौला को अभिरक्षा मे लेते हुये प्रकरण विवेचना में लिया गया।