जबलपुर: गुरु भक्ति से मिलती है परमात्मा की अनुभूति : ब्रह्मचारी चैतन्यानंद जी,श्रीमद्भागवत कथा के द्वितीय दिवस पर जीवन के आदर्शों और संस्कारों का हुआ भावपूर्ण वर्णन

SET NEWS, जबलपुर। श्री बगलामुखी सिद्धपीठ, शंकराचार्य मठ सिविक सेंटर मढ़ाताल में आयोजित श्रीमद्भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह के पावन अवसर पर द्वितीय दिवस की कथा अत्यंत भावपूर्ण एवं आध्यात्मिक ऊर्जा से ओतप्रोत रही। ब्रह्मचारी चैतन्यानंद जी महाराज ने श्रद्धालुजनों को शास्त्रों की गंभीर गूढ़ताओं को सरल भाषा में समझाते हुए जीवन के वास्तविक उद्देश्य की ओर उन्मुख किया। महाराज श्री ने कहा कि भगवान की प्राप्ति केवल उसी जीव को होती है, जो गुरु के चरणों में सम्पूर्ण समर्पण और श्रद्धा के साथ अपनी आत्मा को अर्पित करता है। उन्होंने श्रीमद्भागवत के मंगलाचरण के भाव को स्पष्ट करते हुए बताया कि सत्य का स्वरूप ही परमात्मा है और जब आत्मा उस सत्य से जुड़ती है, तभी मोक्ष का द्वार खुलता है। उन्होंने ब्रह्मा जी को भगवान नारायण द्वारा दिए गए चतु:श्लोकी भागवत उपदेश को ब्रह्म ज्ञान की संज्ञा दी और बताया कि यही उपदेश समस्त वेदांत का सार है। मनु और शतरूपा के प्रसंग से मानव सृष्टि की आरंभिक यात्रा का चित्रण करते हुए उन्होंने कहा कि जब मानव स्वयं को ईश्वर की संतान मानता है, तभी वह सेवा और संयम से युक्त जीवन जी पाता है।
सती चरित्र-
सती चरित्र की व्याख्या करते हुए ब्रह्मचारी जी ने कहा कि “अहंकार जब हृदय में घर कर लेता है, तब विवेक नष्ट हो जाता है और पतन निश्चित होता है।” इस प्रसंग में उन्होंने आज के युग में बढ़ते हुए अहंकार की प्रवृत्ति पर भी चिंता व्यक्त की।
देवहूति और कर्दम ऋषि-
देवहूति और कर्दम ऋषि के माध्यम से विवाह के वास्तविक मर्म को समझाते हुए कहा कि पति-पत्नी का संबंध केवल देह या कर्तव्यों तक सीमित नहीं, बल्कि आत्मिक समर्पण और समझदारी से युक्त एक पवित्र बंधन है।
ध्रुव चरित्र-
ध्रुव चरित्र का उल्लेख करते हुए महाराज श्री ने कहा कि माता सुनीति के संस्कारों और गुरु नारद जी की वाणी पर पूर्ण विश्वास ने ही ध्रुव को ईश्वर की गोद तक पहुँचा दिया।” उन्होंने यह भी कहा कि जिसके जीवन में श्रद्धा, विश्वास और गुरु सेवा होती है, वहीं सच्चे अर्थों में भगवान को प्राप्त करता है।
यह रहे उपस्थित-
कथा के दौरान व्यास पीठ पूजन विधिविधान से संपन्न हुआ। इस अवसर पर प्रभा यादव, पद्मा मेनन, पूजा यादव, आशीष दुबे, अमित प्रतीक्षा सिंह, घनश्याम मिश्रा, पवन-रेनु बागरोडिया, अंजना शुक्ला, हरीश-विनीता भारद्वाज, तुलसी अवस्थी, अखिल तिवारी, मोनू सिंह परिहार, आशीष चौकसे, शुभम चौरसिया, तुलसी अवस्थी, गौरव चौबे, अभिषेक उपाध्याय, वैभव दुबे, विनोद अरोरा, नीरज गुप्ता, सुनील गुप्ता, नवीन यादव, रोहित साहू, राहुल मोर्य, शंकर लाल गुप्ता मनोज सेन आदि श्रद्धालुजन विशेष रूप से उपस्थित रहे।