जबलपुर: रज्जाक गैंग का एक और गुर्गा चढ़ा पुलिस के हत्थे,25 हजार का इनामी बदमाश शाहिद उर्फ वालिया गिरफ्तार, पुलिस की लगातार कार्रवाई से गुर्गों में हड़कंप

SET NEWS, जबलपुर। शहर में आतंक का पर्याय बन चुके कुख्यात अब्दुल रज्जाक गैंग के एक और फरार सदस्य को जबलपुर पुलिस ने धरदबोचा है। 25 हजार रुपये का इनामी शाहिद अली उर्फ वालिया को आज विश्वसनीय मुखबिर की सूचना पर लार्डगंज इलाके से दबिश देकर गिरफ्तार किया गया। शाहिद पर थाना ओमती और थाना गढ़ा में दर्ज दो गंभीर मामलों में गिरफ्तारी वारंट था। पुलिस ने उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है।
दो थानों में दर्ज संगीन धाराओं में था फरार-
थाना ओमती और थाना गढ़ा में संगीन धाराओं में दर्ज प्रकरणों में 32 वर्षीय शाहिद अली उर्फ वालिया निवासी मक्का नगर हनुमानताल फरार था। उसकी गिरफ्तारी पर पुलिस कप्तान सम्पत उपाध्याय द्वारा दोनों थानों की ओर से 10-10 हजार रुपये के नकद पुरस्कार की घोषणा की गई थी। बाद में उसकी लगातार फरारी को देखते हुए डीआईजी अतुल सिंह ने इनामी राशि बढ़ाकर 15 हजार रुपये कर दी थी।
लार्डगंज में दबिश, मौके पर किया गिरफ्तार-
ओमती पुलिस को शनिवार एक विश्वसनीय मुखबिर से सूचना मिली कि फरार आरोपी शाहिद अली लार्डगंज क्षेत्र में छिपा हुआ है। तत्काल थाना ओमती पुलिस ने दबिश दी और शाहिद को गिरफ्तार कर विधिवत न्यायालय में प्रस्तुत करते हुए जेल भेज दिया।
अब तक सात सदस्य, 80 हजार के इनामी पकड़े-
इससे पूर्व भी जबलपुर पुलिस ने 10 जुलाई 2025 को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए रज्जाक गैंग के चार सक्रिय सदस्य बेटा 45 वर्षीय सरफराज, भाई 53 वर्षीय मोहम्मद महमूद, भतीजा 26 वर्षीय अजहर, 25 वर्षीय मोह. सज्जाद को गिरफ्तार किया था। इनसे बीएमडब्ल्यू, मर्सिडीज कार, पिस्टल व कारतूस भी बरामद किए गए थे।
गैंग के इन सभी सदस्यों पर 50 हजार से अधिक के इनाम घोषित थे। इसके अतिरिक्त 25 जुलाई 18 हजार के इनामी दिलीप चौधरी, 15 हजार का इनामी रविंद्र पटेल को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।
रज्जाक गैंग रीढ़ तोड़ने की मुहिम जारी-
जबलपुर पुलिस ने स्पष्ट किया है कि फरार व इनामी अपराधियों की गिरफ्तारी की मुहिम लगातार जारी रहेगी। शातिर गैंग की कमर तोड़ने के लिए हर संभव दबिश और सख्त रणनीति अपनाई जा रही है।
इनकी रही सराहनीय भूमिका-
इस कार्रवाई में टीआई राजपाल बघेल, एसआई शैलेन्द्र सिंह, प्रधान आरक्षक रामजी पांडे, रामसिंह परते, जोगिंदर, आरक्षक संतोष तेकाम, शिव सिंह बघेल, हरिओम, मिथलेश की सराहनीय भूमिका रही।