ग्रामीण क्षेत्रों में दम तोड़ती स्किल इंडिया योजना:ट्रेनिंग लेने और रोजगार पाने वाले घटे, 4 साल पहले 1.37 लाख को मिला रोजगार, अब सिर्फ 22 हजार को

 ग्रामीण क्षेत्रों में दम तोड़ती स्किल इंडिया योजना:ट्रेनिंग लेने और रोजगार पाने वाले घटे, 4 साल पहले 1.37 लाख को मिला रोजगार, अब सिर्फ 22 हजार को
SET News:

देश के 5.5 करोड़ ग्रामीण युवाओं को रोजगार देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना असफल साबित हो रही है। पिछले 4 साल में स्किल इंडिया के तहत आने वाली इस योजना से रोजगार के लिए ट्रेनिंग पाने वाले ग्रामीण युवाओं में 90% की भारी गिरावट आई है। 4 साल पहले 1 लाख 37 हजार को रोजगार मिला था, लेकिन अब यह संख्या घटकर 22 हजार रह गई है।

ग्रामीण विकास मंत्रालय की ताजा रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि चार साल पहले इस योजना में 2 लाख 41 हजार 509 ग्रामीण युवाओं को ट्रेनिंग दी जा रही थी। अब यह संख्या 23 हजार 186 पर सिमट गई है। हालांकि सरकार यह दावा करने से नहीं चूक रही है कि ट्रेनिंग लेने वाले करीब 95% युवा रोजगार पाने में सफल हुए हैं।

उदाहरण के लिए सरकार दावा करती है कि इस योजना के तहत 23 हजार से अधिक लोगों ने बीते साल ट्रेनिंग की और 22 हजार को रोजगार मिल गया। मगर ग्रामीण रोजगार ट्रेनिंग लेने वाले युवाओं के वर्षवार आंकड़ों पर नजर डालें तो पता चलता है कि ट्रेनिंग लेने वाले युवाओं की संख्या में 90% की गिरावट आई है। खुलासा होने के बाद ग्रामीण विकास मंत्रालय ने सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों को इस संदर्भ में गंभीरता से उचित कदम उठाने के लिए निर्देश दिए हैं।

ybराज्यों ने आंकड़े भेजे तो हकीकत सामने आई
सूत्रों के अनुसार ग्रामीण विकास मंत्रालय ने राज्यों से आंकड़े मांगे थे। जानकारी आई तो खुलासा हुआ कि ट्रेनिंग से रोजगार पाने वालों का प्रतिशत 90 से अधिक है, लेकिन युवाओं की भागीदारी घट रही है। अब मंत्रालय ने राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों को निर्देश दिए हैं कि जागरूकता अभियान चलाएं और रोजगार मेले लगाएं। विभिन्न कंपनियों और नियोक्ताओं के साथ बैठक करने के निर्देश भी दिए गए हैं।

सालाना 2 लाख से ज्यादा को मिलना है रोजगार
केंद्र सरकार ने वर्ष 2014 में दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण विकास कौशल योजना शुरू की थी। देश के 5.5 करोड़ गरीब ग्रामीण युवाओं को छोटे रोजगारों की ट्रेनिंग देकर नौकरी या खुद का काम शुरू करवाना था। 610 जिलों में 250 से अधिक इंडस्ट्रियल स्किल सिखाई जानी थी। हर साल 2 लाख से अधिक युवाओं को ट्रेनिंग, रोजगार देने का लक्ष्य रखा गया था। हालांकि योजना लक्ष्य से पिछड़ गई है।

राज्यों ने पिछड़ने की वजह कोरोना संक्रमण बताई
राज्यों ने केंद्र को भेजी रिपोर्ट में घटती संख्या का ठीकरा कोरोना पर फोड़ा है, लेकिन वे हालात सामान्य होने के बावजूद युवाओं की कम संख्या का स्पष्ट कारण नहीं बता पाए हैं। राज्यों ने बताए कारण :

  • कोरोना संक्रमण के चलते न ट्रेनिंग दी जा सकी, न रोजगार मेले लगे।
  • अधिकारी टीकाकरण समेत अन्य सरकारी कार्यक्रमों में व्यस्त रहे।
  • ग्रामीण युवाओं को ऑनलाइन विकल्प उपलब्ध कराया गया, लेकिन वे संसाधनों की कमी के चलते नहीं जुड़ पाए।
  • जागरुकता अभियान थमे। युवाओं को जानकारी नहीं मिल पाई।

Related post